सतना गौरव दिवस में पहुंचे सीएम ने मैहर में मां शारदा के दरबार में माथा टेका

Jan 25, 2023

खरी खरी संवाददाता

सतना, 25 फरवरी। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले पत्नी साधना सिंह के साथ मैहर पहुंच कर मां शारदा के दर्शन किए। मुख्यमंत्री सतना के गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल होने सतना पहुंचे थे।

ट्रॉली में बैठकर सीएम शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी मां शारदा के द्वार पर पहुंचे। चौहान  दंपत्ति ने मां शारदा देवी की पूजा-अर्चना की और मत्था टेका। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में खुशहाली के लिए मां से आशीर्वाद मांगा। इसके बाद सीएम सतना के गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। सतना में चार दिवसीय गौरव दिवस कार्यक्रम का बुधवार को आखिरी दिन था।

माता के दरबार तक पहुंचने के लिए सीएम रोपवे ट्राली से गए। रोप-वे की जिस ट्रॉली में सीएम को बैठकर मंदिर तक पहुंचना था, उसे रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया था। सीएम को देखने के लिए लोगों का भी तांता लगा रहा। मैहर माता के दरबार में जाने के लिए सीढ़ियां और रोप-वे दोनों सुविधाएं हैं। यहां सीएम शिवराज ने रोप-वे पर सफर किया। सीएम के लिए रोप-वे की ट्रॉली को फूलों से सजाया गया था, जिसकी झलक पाने के लिए वहां मौजूद कर्मचारी और आमजन भी बेताब दिखे।

 सतना गौरव दिवस कार्यक्रम में सबसे पहले मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम गाकर हुई। स्वागत की शुरुआत में ही सीएम ने कहा, आज सतना का गौरव दिवस है, इसलिए मुख्यमंत्री का नहीं बल्कि उनका स्वागत-सम्मान होना चाहिए, जिन्होंने सतना का गौरव बढ़ाया। मुख्यमंत्री चौहान ने जयकारे सुनकर कहा, भांजों की जयकार में मामा की जय-जय। सीएम ने कहा कि गौरव दिवस की कल्पना मेरे दिमाग में इसलिए आई क्योंकि हर काम सरकार नहीं कर सकती। सरकार के साथ जब समाज जुड़ता है तो देश- प्रदेश और शहर बनता है। जब तक यह भाव नहीं पैदा होगा कि मेरे देश के लिए मेरे खून की एक-एक बूंद दूंगा, तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा। इसकी शुरुआत मैंने अपने गांव जैत से की थी। मुझे मांग पत्र दिया था कि बाढ़ की मिट्टी हटाने के लिए पैसे दे दो, लेकिन हमने फावड़ा उठाया और चल दिया। सीएम ने कहा, 'हर काम मांग पत्र से नहीं होता है। जब मैं पहली बार विधायक बना तो क्षेत्र में सम्मान समारोह भंडारा हुआ और कुएं की सफाई के लिए पैसे मांगने लगे। मैंने कहा, विधायक के स्वागत के लिए दो लाख थे लेकिन कुएं की सफाई के लिए पैसे नहीं है। तब लोगों ने कहा वो काम सरकार का है। बहुत दिनों से शारदा माता के दर्शन नहीं किए थे, लगा मैया कह रही हैं कि तुम बहुत दिन से नहीं आए। सतना में चित्रकूट, रामवन, भटनवारा, सिद्धा हैं। सिद्धा की लीज मैंने निरस्त कराई।