भक्त हनुमान जी से मिलकर मंदिर परिसर पहुंचे श्रीराम, अब गर्भ गृह मे विराजेंगे
खरी खरी संवाददाता
अयोध्या, 18 जनवरी। श्रीराम जन्मभूमि पर 16 जनवरी से चल रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के तहत भगवान श्रीराम बुधवार रात मंदिर में पधार गए। गुरुवार को अनुष्ठान के बाद मध्यान्ह में रामलला गर्भगृह में विराजेंगे। मंदिर में प्रवेश के पहले रामलला हनुमान गढ़ी पहुंचे और अपने परम भक्त हनुमान जी से भेंट की। गुरुवार को प्राणप्रतिष्ठा समारोह का तीसरा दिन है।
नव्य व भव्य मंदिर में प्रतिष्ठित की जाने वाली रामलला की श्यामवर्णी प्रतिमा बुधवार को हनुमानगढ़ी से होते हुए रात्रि आठ बजे राम मंदिर में पहुंची। करीब 200 किलो वजनी श्यामवर्ण प्रतिमा को क्रेन की मदद से मंदिर परिसर में लाया गया। इस दौरान भक्तों ने जय सिया राम और जय श्रीराम का उद्घोष किया। प्रतिमा को अभी गर्भगृह में रखा गया था। अनुष्ठान के बाद प्रतिमा को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। इसकी स्थापना रामयंत्र पर होगी। नई मूर्ति को जन्मभूमि मंदिर में प्रवेश पहले परिसर भ्रमण कराना था, लेकिन भारी होने के कारण इसकी जगह रामलला की 10 किलो की चांदी की मूर्ति परिसर में घुमाई गई। श्यामवर्णी रामलला के इस विग्रह को अरुण योगीराज ने तैयार किया है। इसे रामघाट स्थित विवेक सृष्टि अंतरराष्ट्रीय ध्यान योग केंद्र में निर्मित किया है। बुधवार को इस विग्रह को राम मंदिर परिसर में लाया गया। सबसे पहले विग्रह को ट्रक पर रखकर कड़े सुरक्षा घेरे में मंदिर पहुंचाया गया। विवेक सृष्टि से यह ट्रक लगभग शाम साढ़े सात बजे निकला। इसके बाहर निकलते ही केंद्र के बाहर खड़े भक्तों ने जय श्रीराम का उद्घोष करना शुरू कर दिया। रास्ते भर लोग आराध्य को देखने के लिए लालायित दिखे, लेकिन प्रतिमा की झलक तक न मिली। जय श्रीराम जय श्रीराम.. का उद्घोष होता रहा। विवेक सृष्टि से ट्रक बाईपास स्थित बहुमंजिला पार्किंग के रास्ते होता हुआ लता मंगेशकर चौराहे पहुंचा। यहां से ट्रक रामपथ से होता हुआ भक्तिपथ स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर के सामने से रामजन्मभूमि परिसर में लाया गया।