नए साल के पहले दिन महाकाल के दरबार में आस्था का जनसैलाब उमड़ा

Jan 01, 2024

खरी खरी संवाददाता

उज्जैन, 1 जनवरी। नए साल के पहले दिन उज्जैन स्थित भगवान महाकाल के दरबार में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। आठ लाख से ज्यादा भक्तों ने दिन भर में बाबा महाकाल के दर्शन किए। गत वर्ष नए साल के पहले दिन पांच लाख भक्त महाकाल के दरबार में पहुंचे थे।

देश के बारह ज्योतिर्लिंग में से एक उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में नए साल के पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ ने कुंभ का रिकार्ड भी तोड़ दिया। महाकाल समिति के अधिकारियों के अनुसार दिन भर में महाकाल के दर्शन के लिए आठ लाख से ज्यादा भक्त पहुंचे। यह संख्या कुंभ के दौरान दर्शन करने वालों से भी ज्यादा है। बीते साल के अखिरी दिन 31 दिसंबर को करीब तीन लाख लोगों ने दर्शन किए थे। इस तरह दो दिन में ही ग्यारह लाख से ज्यादा भक्तों ने बाबा महाकाल के दरबार में माथा टेका। पिछले साल 31 दिसंबर को डेढ़ लाख और एक जनवरी को पांच लाख भक्तों ने दर्शन  किए थे। इस तरह विदा होते साल के आखिरी दिन और नए साल के पहले दिन दर्शन करने वालों भक्तों की संख्या पिछले साल की तुलना में लगभग दुगुनी रही। मंदिर समिति का दावा है कि इतने जन सैलाब के बाद भी न तो कहीं कोई असुविधा हुई और न ही दर्शन करने मे बहुत समय लगा। इसका प्रमुख कारण महाकाल लोक में किए गए अधोसंरचना विकास कार्य हैं। मंदिर प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया मध्यप्रदेश शासन द्वारा शक्तिपथ, श्री महाकाल महालोक, मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर तथा टनल-1 व 2 के रूप जो निर्माण कार्य कराए गए हैं, वे वरदान साबित हो रहे हैं। नए साल के पहले दिन इसी मार्ग से हजारों भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिया गया था। इस व्यवस्था से दर्शनार्थियों ने बिना किसी परेशानी के मात्र 40 से 50 मिनट में भगवान महाकाल के दर्शन किए। महाशिवरात्रि पर भक्तों की संख्या इससे अधिक रही तब भी इतने ही समय में भगवान के दर्शन कराए जाएंगे।

मंदिर प्रशासक ने बताया नए साल के पहले दिन मौजूदा अधोसंरचना का आधी क्षमता से ही उपयोग किया गया है। वर्तमान में गणेश मंडपम में 14 लाइन बैरिकैडस लगे हैं, लेकिन नए साल के पहले दिन इनमें सिर्फ सात लाइन चलाई गई। सोमवार को 7 से 8 लाख भक्त मंदिर पहुंचे थे। मौजूदा क्षमता 15 से 20 लाख भक्तों को प्रतिदिन दर्शन कराने की हो गई है। सिंहस्थ 2028 में इन संसाधनों का पूरी क्षमता से उपयोग किया जाएगा। देशभर से आए हजारों श्रद्धालुओं के कारण मंदिर के आसपास करीब दो किलोमीटर क्षेत्र में जाम की स्थिति रही। गोपाल मंदिर, छत्रीचौक, तेलीवाड़ा, दौलतगंज चौराहा तक दिनभर यातायात प्रभावित हुआ। इससे लोगों को आवागमन में खासी परेशानी हुई। बाहर से आए यात्री वाहनों के कारण मंदिर के आसपास की सभी पार्किंग फुल हो गई थी। प्रशासन ने जनसुविधा की दृष्टि से पार्किंग स्थल से चारधाम मंदिर तक निशुल्क बस सुविधा उपलब्ध कराई।