एमपी में अब गौवंश के लिए भी एक काल पर आएगी एंबुलेंस
खरी खरी संवाददाता
भोपाल 12 मई। मध्यप्रदेश में अब इंसानों के साथ-साथ गौवंश को भी एंबुलेंस की सुविधा प्रदान की गई। प्रदेश में अब बीमार और घायल गोवंश को इलाज के लिए एक फोन पर एंबुलेंस मुहैया कराई जाएगी। 1962 पर फोन करते ही पशु चलित एंबुलेंस पशु चिकित्सक के साथ घटनास्थल पर पहुंच जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में आयोजित एक भव्य समारोह में इस योजना का शुभारंभ किया। प्रदेश के शहरी क्षेत्रों सहित सभी विकास खंडों के लिए 406 पशु चिकित्सा एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज वह दिन आ गया है जब एंबुलेंस केवल इंसान के लिए नहीं होगी बल्कि गौ-माता और अन्य पशुओं के इलाज के लिए भी होगी। एम्बुलेंस में एक पशु चिकित्सक, पैरावेट और सहायक सह-चालक भी होगा। आपात स्थिति में पशुओं के इलाज के लिए टोल फ्री नंबर 1962 भी जारी किया गया है। सीएम शिवराज ने कहा कि ऐसे किसान जो प्राकृतिक खेती करते हैं उन्हें ₹900 प्रतिमाह गाय के पालन के लिए दिए जाएंगे। सीएम शिवराज ने कहा कि जनजातीय भाई-बहन अगर गौ-पालन का कार्य करना चाहते हैं तो उन्हें दो गाय के लिए 90 प्रतिशत सब्सिडी सरकार की ओर से दी जाएगी, उन्हें केवल 10 प्रतिशत की राशि ही खर्च करनी पड़ेगी। सीएम ने कहा कि गौवंश का अवैध परिवहन करने पर वाहन राजसात कर लिया जाएगा, हम यह कानून बना रहे हैं।प्रदेश में 1762 गौशाला में 2 लाख 86 हजार गोवंश है साल 2022-23 में इनके चारे के लिए 202 करोड़ रुपये 34 लाख अनुदान बांटा गया। अखिलेश्वरानंद स्वामी ने बताया कि मोबाइल पशु चिकित्सा एंबुलेंस केंद्र और राज्य शासन की संयुक्त योजना है। एंबुलेंस संचालन में हर साल लगभग ₹77 करोड़ खर्च होंगे। इसमें केंद्र और राज्य के अंश का अनुपात 60-40 का होगा।