अयोध्या में रामलला के दर्शन कर घाट और धर्मशाला बनवाएगी मप्र सरकार

Mar 03, 2024

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 3 मार्च। मध्यप्रदेश सरकार चार मार्च को रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएगी। मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव अपनी मंत्रिपरिषद के साथ रामलला के दर्शन करेंगे। कैबिनेट के साथ कुछ प्रमुख अधिकारी भी रहेंगे। सरकार अयोध्या में विक्रमादित्य घाट और मध्यप्रदेश की जनता के लिए धर्मशाला निर्माण की संभवानाएं भी तलाश करेगी। सीएम और सभी मंत्री सपत्नीक अयोध्या जाएंगे। 

मुख्यमंत्री डा मोहन यादव के अनुसार वे और उनकी मंत्रिपरिषद विशेष विमान से अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर उतरेगी। मुख्यमंत्री और सभी मंत्री सपत्नीक इस यात्रा में शामिल होंगे। वहां से सभी लोग एक साथ श्रीराम मंदिर जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम से मध्य प्रदेश का विशेष संबंध है। सम्राट विक्रमादित्य ने दो हजार साल पहले वहां भव्य मंदिर बनाया था और अयोध्या के 43 मंदिरों का भी निर्माण उनके समय हुआ था। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार दर्शन करने के साथ ही मध्य प्रदेश की जनता के लिए अयोध्या में भवन बनाकर धर्मशाला बनाने का प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि यदि भूमि उपलब्ध हुई तो सरयू के किनारे विक्रमादित्य घाट बनाने का काम भी सरकार करेगी।

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर निर्माणाधीन भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को हुई थी। उस समय भी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्रीगण अयोध्या जाने के इच्छुक थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस दिन अपील की थी कि सब एक साथ अयोध्या न आएं। इसलिए सरकार ने बाद में अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करने का फैसला लिया था। अयोध्या में व्यवस्थाएं जनता के लिए सुचारू रूप से बनी रहें, इसलिए यूपी सरकार और मंदिर प्रबंधन समिति ने रामलला के दर्शन को इच्छुक राज्यों की सरकारों के लिए अलग अलग दिन निर्धारित किया। भाजपा शासित सभी राज्यों की सरकारें रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच रही हैं। इसी कड़ी में चार मार्च को मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार रामलला के दर्शन करेगी। अयोध्या यात्रा की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि रामलला के दर्शन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लिए गए संकल्पों को और आगे बढ़ाएंगे। इसमें जनता की सरकार का जनता के लिए रामराज्य के सपने को साकार करना भी शामिल है।