अधिमास के कारण इस बार 30 नहीं 59 दिन का होगा सावन का महीना
सनातन धर्म में खासा महत्व रखने वाला सावन का महीना इस बार 30 दिन के बजाय 59 दिन का होगा, क्योंकि इस बार अधि मास पड़ रहा है। सावन का महीना शुरू भले हो चुका है लेकिन पहला सावन सोमवार 10 जुलाई को पड़ेगा।
इस साल सावन का महीना आज 4 जुलाई से शुरू हो चुका है। सावन का महीना सनातन धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दौरान भगवान शिव की पूजा आराधना कर उनसे आशीर्वाद लेने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। सावन का महीना भगवान शिव को सबसे अधिक प्रिय है हिंदू कैलेंडर के अनुसार साल 2023 का श्रावण मास बेहद खास माना जा रहा है, क्योंकि इस बार सावन का महीना 30 नहीं बल्कि 59 दिनों का रहेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि हिंदू पंचांग विक्रम संवत 2080 के अनुसार इस साल अधिक मास पड़ रहा है जिसमें पूरे 13 महीने होंगे। माना जा रहा है कि 19 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है कि जब सावन का महीना पूरे 59 दिनों का रहेगा। इस दौरान भक्त अपने आराध्य की प्रत्येक सोमवार विधि विधान से पूजा कर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं।
श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा-आराधना का विशेष विधान है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह महीना वर्ष का पांचवां माह है और अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार सावन का महीना जुलाई-अगस्त में आता है।इस दौरान सावन सोमवार व्रत का सर्वाधिक महत्व बताया जाता है। दरअसल श्रावस मास भगवान भोलेनाथ को सबसे प्रिय है। इस माह में सोमवार का व्रत और सावन स्नान की परंपरा है। श्रावण मास में बेल पत्र से भगवान भोलेनाथ की पूजा करना और उन्हें जल चढ़ाना अति फलदायी माना गया है।