हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने बागियों को पार्टी से बाहर निकाला
खरी खरी संवाददाता
चंडीगढ़, 29 सितंबर। हरियाणा में बागियों के खिलाफ एक्शन लेने में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने तेजी दिखाई है। दोनों ही पार्टियों ने चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
बागियों के खिलाफ पहले कांग्रेस ने एक्शन लिया। कांग्रेस के बाद अब भाजपा भी एक्शन मोड में आ गई है। भाजपा ने रविवार को आठ उन बागी नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है, जो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने जिन आठ नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला है, इनमें पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला भी शामिल हैं। रणजीत चौटाला लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 25 मार्च को आनन-फानन में भाजपा में शामिल हुए थे और पार्टी ने उनको हिसार से प्रत्याशी बनाया था। इनके अलावा लाडवा से संदीप गर्ग, असंध से जिलेराम शर्मा, गन्नौर से देवेंद्र कादियान, रानियां से रणजीत चौटाला, महम से राधा अहलावत, गुरुग्राम से नवीन गोयल और हथीन से केहर सिंह रावत को पार्टी से निकाला गया है।
ससे पहले 27 सितंबर को हरियाणा कांग्रेस ने 13 नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि उन्हें पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ चल रहे विधानसभा चुनाव लड़कर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाया गया। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ये फैसला लिया है। कांग्रेस ने गुहला सीट से नरेश, जींद से प्रदीप गिल, पुंडरी से सज्जन सिंह और सुनीता, नीलोखेड़ी से राजीव मामूराम और दयाल सिंह, पानीपत ग्रामीण से विजय जैन, उचाना कला से दिलबाग, दादरी से अजीत फोगाट, भिवानी से अभिजीत सिंह, बवानीखेड़ा से सतबीर, पृथला से नीतू और कलायत से अनीता को निष्कासित किया था।