सीएम शिवराज सिंह की जमातियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतवानी
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 10 अप्रैल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संक्रमण के सबसे बड़े कैरियर बने जमातियों को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने अभी भी अपनी पहचान छुपाकर जांच में सहयोग नहीं किया तो सख्त कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने खरी खरी के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि किसी को अपनी और दूसरों की जिंदगी से खिलवाड़ की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
सवाल 1 – तब्लिगी जमात के लोग और इनके संपर्क में आए लोगो के खिलाफ आज प्रदेश में कार्यवाई की गई है ? एफआईआर दर्ज हुई है और कुछ को गिरफ्तार भी किया गया है?
उत्तर--सरकार लगातार लोगों से संपर्क की कड़ी को तोड़ने की अपील कर रही है कोई भी सामाजिक आयोजन नहीं होने के निर्देश दिए गए हैं ना मंदिर में ना मस्जिद में न चर्च और न गुरुद्वारे में कहीं पर भी सामाजिक कार्यक्रम नहीं हो रहे हैं इसमें समाज भी सहयोग कर रहा है इसके बाद भी कुछ लोग मानने को तैयार नहीं है अपनी पहचान छुपाकर संक्रमण छुपाने की कोशिश कर रहे हैं जमात के कुछ लोगों ने संक्रमण छुपाया जिससे प्रदेश के कई जिलों में यह संक्रमण पहुंच गया यह केवल उनकी जिंदगी का सवाल नहीं है अपनी जान तो खतरे में डाल ही रहे हैं साथ मे दूसरों की जिंदगी से भी खेल रहे हैं दूसरों की जिंदगी से खेलने की इजाजत नहीं दी जाएगीसख्त कार्रवाई की जाएगी आज कई जगह ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, f.i.r. की गई है लोग गिरफ्तार किए गए है। मैं चेतावनी दे रहा हूँ ,कोई भी हो प्रतिबंध तोड़ेगा तो उस पर केस दर्ज किया जाएगाउन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
सवाल 2- छिंदवाड़ा, सागर में भी एक साथ नमाज़ पढ़ रहे लोगो को गिरफ्तार किया गया है ?
बार-बार अपील करने के बाद भी कुछ लोग नहीं मानते हैं तो इसके अलावा क्या रास्ता है कि कार्रवाई की जाए इसलिए कार्रवाई की गई है
सवाल 3- क्या आईफा के फंड को कोरोना संकट से निपटने में प्रयोग किया जाएगा ?
आईफा तो पहले ही तमाशा था इसकी जरूरत क्या थी पहले समाचार आया कि 40 करोड लगेंगे आईफा के लिए कुछ लोग पैसा दे रहे थे मेरा साफ कहना है कि कोरोना से संकट से निपटने के लिए पैसा दे वो जो पैसा देंगे उसे हम कोरोना की जंग से लड़ने में खर्च करेंगें
सवाल 4- आज आपने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों से बात की है, उमा जी , कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह जी से , किन विषयो पर चर्चा हुई ?
उत्तर---कोरोना के खिलाफ लड़ाई मानव और मानवता को बचाने की लड़ाई है। सभी राजनीतिक दल अपने मतभेद छोड़ एक हो जाएं। हम मिलकर इस लड़ाई को लड़े इसलिए मैंने कमलनाथ जी, उमा जी और दिग्विजय सिंह जी से चर्चा की है। उन्हें जानकारी भी दी है और उनसे सुझाव भी मांगे हैं। मैं सब का सहयोग चाहता हूं। मैं नहीं हम मिलकर कोरोना से लड़े। सबने मुझे आश्वस्त किया है कि सब सहयोग करेंगे।
सवाल 5- भाजपा के सभी विधायको ने तय किया है कि वह 1 वर्ष तक 30% कम सैलरी लेंगे और साथ ही सरकार का ऐसा कोई निर्णय होने जा रहा है कि विधायक निधि का पैसा कोरोना संकट से लड़ाई लड़ने में विधायक उपयोग कर सकें
उत्तर---भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने मुझसे कहा है कि हम 30% सैलरी साल भर कम लेंगे, मैं अन्य दलों के विधायकों से भी अपील करता हूं कि वे भी सांसदों और भाजपा विधायकों की तरह कम सैलरी लेने का निर्णय करे। यह संकट का समय है, पैसा बचाकर युद्ध में लगाएं। आज हम विधायक निधि में भी संशोधन करने जा रहे हैं अब जो भी विधायक चाहेगा वह विधायक निधि का उपयोग कोरोना संकट से लड़ने में कर सकेगा। कलेक्टर को बताकर विधायक जो काम कोरोना संकट से निपटने में अपेक्षित समझेंगे उसमें विधायक निधि का पैसा प्रयोग कर सकते हैं
सवाल 6- आज सरकार का एक निर्णय और सामने आया है कि सभी राजनीतिक दल, समाज सेवी संगठन, एनजीओ सब मिलकर कोरोना संकट से लड़ने में प्रशासन का सहयोग कर सकते है , इस संबंध में सरकार कैसी प्रक्रिया प्रारंभ करने जा रही है ?
उत्तर---मैं तत्काल प्रभाव से कलेक्टर को निर्देश दे रहा हूं यह लड़ाई प्रशासन और सरकार की नहीं है सभी समाज की भी है, सब मिलकर प्रशासन का सहयोग कर सकते हैं। मैं सभी संगठन राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को प्रणाम करता हूं कि सब ने out of way जाकर पीड़ित मानवता में मदद के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। सभी कलेक्टर को निर्देश जा रहे हैं कि जो सहयोग देना चाह रहे है वे मर्यादाओं का पालन करते हुए, सोशल डिस्टेन्स का पालन कर लोगो की सहायता करना सुनिश्चित करे । जन अभियान परिषद, एनसीसी और एनएसएस जैसे संगठन भी सक्रिय हो रहे हैं। सरकार अकेले नहीं सब मिलकर इस लड़ाई को लड़ेंगे और कोरोना संकट को परास्त करेंगे।