सीएम शिवराज के स्वागत से गदगद हो गए नेपाली प्रधानमंत्री प्रचंड
खरी खरी संवाददाता
इंदौर, 2 जून। भारत के दौरे पर आए नेपाली प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' बाबा महाकाल के दर्शन करने इंदौर-उज्जैन पहुंचे तो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की अगवानी और स्वागत सत्कार से भाव विभोर हो गए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर एयारपोर्ट पर नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' और उनके साथ आये प्रतिनिधि-मंडल का स्वागत किया। सीएम शिवराज के व्यवहार से अभिभूत नेपाल के पीएम प्रचंड ने कहा कि ऐसा लग ही नहीं रहा है कि वे उनसे पहली बार मिले हैं। प्रधानमंत्री प्रचंड के साथ इंदौर आए अन्य अतिथियों में सुश्री गंगा दहल, नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रकाश सोद सहित अन्य मंत्रीगण और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। सीएम शिवराज चौहान ने कहा कि भारत और नेपाल अत्यंत प्राचीन राष्ट्र हैं। भारत और नेपाल भले ही दो शरीर हों पर सांस्कृतिक रूप से वे एक हैं। दोनों का सांस्कृतिक वैभव, सभ्यता और संस्कार एक जैसे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और नेपाल के संबंध आने वाले दिनों में और भी प्रगाढ़ होंगे। प्रचंड के स्वागत के लिए हवाई अड्डा परिसर में भव्य तैयारियां की गई थीं। स्थानीय कलाकारों ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर निमाड़ अंचल के गणगौर नृत्य तथा आदिवासियों के भगोरिया नृत्य की प्रस्तुति दी। इन कलाकारों ने नेपाल के प्रधानमंत्री के सामने उस मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक छटा पेश की जिसे भौगोलिक रूप से भारत के बीचों-बीच स्थित होने के कारण ‘‘हिंदुस्तान का दिल’’ भी कहा जाता है। स्वागत की इस परंपरा से खुश नेपाली प्रधानमंत्री इस बात से और ज्यादा खुश हुए कि इतने बड़े प्रदेश का मुख्यमंत्री उनका स्वागत एक मित्र की तरह कर रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान देश के इस अतिथि का प्रदेश में ऐसा स्वागत कर रहे थे, मानो उनका कोई पुराना मित्र बहुत दिनों बाद मिलने आया हो। सीएम ने नेपाली टोपी लगाकर अपने आप को नेपाली बना लिया था। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा भी कि अब वे नेपाली हैं। मुख्यमंत्री की सहजता से प्रभावित प्रचंड ने उन्हें गले लगा लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अफसरशाही को आगे करने के बजाय खुद एक गाइड की तरह नेपाली प्रधानमंत्री को सबसे मिलवाया और सारी जानकारी दी। यहां तक कि हवाई अड्डा परिसर में आयोजित नृत्यों और कलाकारों के बारे में भी प्रचंड को सारी जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही देते रहे। वे सारी बाते इस तरह से कर रहे थे मानो किसी पुराने मित्र को अपना शहर घुमा रहे हों। यह देखकर नेपाली प्रधानमंत्री के साथ आय़ा प्रतिनिधिमंडल भी आश्चर्यचकित था।