सीएम ने तेजस विमान में बैठकर उसकी सुरक्षा और मारक क्षमता के बारे में जाना
खरी खरी संवाददाता
बेंगलुरू, 7 अगस्त। उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ इंटरएक्टिव सेशन के लिए बेंगलुरू पहुंचे मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने हिन्दुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड का भ्रमण कर किया। उन्होंने स्वदेशी तकनीक से निर्मित लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट तेजस में बैठकर उसके बारे में जानकारियां हासिल कीं। साथ ही उपक्रम की एक इकाई मप्र में खोलने का आमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव दो दिन के बेंगलुरू प्रवास पर हैं।मुख्यमंत्री यहाँ सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएँ (आईटीईएस), इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिज़ाइन एवं विनिर्माण (ईएसडीएम), टेक्सटाईल एवं गारमेंट, एयरोस्पेस एवं डिफेंस, ऑटोमोबाइल एवं ओईएम, फार्मास्यूटिकल्स, हेल्थकेयर और मेडिकल डिवाइस क्षेत्रों में कार्य कर रहे प्रमुख उद्योगपतियों से संवाद करेंगे। साथ ही मध्यप्रदेश में निवेश, नवाचार और सतत् विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार के दृष्टिकोण और नवाचारों को रेखांकित करते हुए उद्योगपतियों से रू-ब-रू होंगे। प्रदेश में निवेश के लिये इच्छुक उद्योगपतियों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में एमओयू भी होंगे। प्रवास के कार्यक्रमों की इसी कड़ी में सीएम हिन्दुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड का भ्रमण करने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने एचएएल द्वारा निर्मित कई विमान एवं हेलीकॉप्टर के निर्माण एवं कार्य पद्धति को समझा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एचएएल की देश में कई स्थानों पर यूनिट्स है। मध्यप्रदेश सरकार की मंशा है कि एचएलए द्वारा एयरोस्पेस एवं रक्षा में से किसी एक डेवलपमेंट विंग की प्रदेश में स्थापना हो। मध्यप्रदेश सरकार इसकी स्थापना के लिये भूमि सहित समस्त आधारभूत सुविधाएँ सिंगल विंडो से सारी कार्यवाही त्वरित गति से पूरी करवायेगा। यूनिट स्थापना के लिये एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की भी जायेगी, जिससे सम्पूर्ण प्रक्रिया आसानी से की जा सके।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव एचएएल के इक्विपिंग एवं फाइनल असेंबली का अवलोकन किया। उन्होंने एलसीए एयरक्राफ्ट के मैन्युफैक्चरिंग सीक्वेंस को समझा। साथ ही स्ट्रक्चरल, असेंबली, कपलिंग इक्विपिंग एवं टेस्टिंग के चरणों को जाना। मुख्यमंत्री डॉ. यादव एयरक्राफ्ट को जानने की उत्सुकता और गौरव के पल को महसूस करने के लिये स्वयं तेजस एयरक्राफ्ट में बैठे और उसकी सुरक्षा तथा मारक क्षमता की जानकारी ली। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ध्रुव हेलीकॉप्टर में बैठकर पायलट से हेलीकॉप्टर की खूबियों को जाना। उन्होंने एच.ए.एल. के अधिकारी एवं कर्मचारियों को स्वदेशी तकनीक से एयरक्राफ्ट एवं रक्षा उपकरण बनाने के लिये बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एचएएल द्वारा स्वदेशी तकनीक से निर्मित विमान और सुरक्षा उपकरणों से भारतीय नौसेना की क्षमता में वृद्धि हुई, जो प्रत्येक भारतीय के लिये गौरव का विषय है। साथ ही विजिटर बुक में एंट्री भी की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को एच.ए.एल. के चेयरमेन और मैनेजिंग डायरेक्टर सी.बी. कृष्ण अनंत ने तेजस लड़ाकू विमान की प्रतिकृति सम्मान स्वरूप भेंट की।
एचएएल भारत सरकार का सार्वजनिक क्षेत्र का विशिष्ट उपक्रम है। इस उपक्रम में एयरोनॉटिकल एवं रक्षा क्षेत्र में उपयोगी उत्पादों का निर्माण किया जाता है। यह स्वदेशी सैन्य तथा विमानों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान करता है।