साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा-हेमंत करकरे को कर्मों की सजा मिली

Apr 19, 2019

 खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 19 अप्रैल। मध्यप्रदेश की भोपाल संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सियासी अंदाजों से अनजान होने के कारण भाजपा की जीत की उम्मीदों के साथ साथ उसके लिए समस्याएं भी खड़ी कर रही हैं। साध्वी ने बयान दिया है कि मुंबई आंतकी हमले मे शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे को अपने कर्मों की सजा मिली थी। उन्होंने संन्यासियों का अपमान किया था, इसलिए आतंकियों के हाथों उनका अंत हो गया।

भोपाल में मीडिया से बात करते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि एटीएस मुझे 10 अक्टूबर 2008 को सूरत से मुंबई लेकर गई थी। वहां 13 दिन तक बंधक बनाकर रखा गया। पुरुष एटीएस कर्मियों ने इस दौरान मुझे खूब प्रताड़ित किया। एटीएस के चीफ हेमंत करकरे के हने पर बहुत प्रताड़ित किया जा रहा था। इसके आगे साध्वी गैर सियासी अंदाज में बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि इसी के चलते हेमंत करकरे को संन्यासियों का श्राप लगा और मेरे जेल जाने के करीब 45 दिन बाद ही वह 26/11 के आतंकी हमले का शिकार हो गए। उनके कर्मों की सजा उन्हें मिल गई। उन्होंने कहा कि मैंने उसे श्राप दिया था कि तेरा सर्वनाश होगा।
एक सभा में साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि एक जांच अधिकारी जो सुरक्षा आयोग का सदस्य था, उसने हेमंत करकरे से कहा था कि साध्वी को छोड़ दो, लेकिन हेमंत करकरे ने कहा कि मैं कुछ भी करूंगा लेकिन सबूत लाउंगा और साध्वी को नहीं छोड़ूंगा। यह बात बताते हुए साध्वी प्रज्ञा सिंह ने ऐसी बात कह डाली जिस पर पूरे देश में सियासी बवाल मच गया है। पूरे देश में उनके इस बयान को लेकर भाजपा को आड़े हाथों लिया जा रहा है। हालांकि भोपाल में भाजपा ने इस बयान से यह कहकर पल्ला झाड़ लिया है कि साध्वी का बयान उनकी निजी राय है। पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है, पार्टी शहीदों का हर तरह से सम्मान करती है।

गौरतलब है कि साल 2018 में हुए 26/11 मुंबई हमले में मारे गए 166 लोगों के अलावा आतंकियों की गोलियों से मुंबई एटीएस चीफ हेमंत करकरे, एसीपी अशोक कामटे और एनकाउंटर विशेषज्ञ विजय सालस्कर सहित 17 पुलिसकर्मी भी शहीद हो गए थे। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर बहुचर्चित मालेगांव विस्फोट मामले में जमानत पर रिहा हुई हैं। साध्वी ने कांग्रेस और एटीएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साध्वी का आरोप है कि कांग्रेस ने उन्हें पूरी तरह से खत्म करने का षडयंत्र रचा था।