कम संख्या पर भी बीजेपी ने इंडिया को पटखनी देकर चंडीगढ़ मेयर का चुनाव जीता

Jan 30, 2024

खरी खरी संवाददाता

चंड़ीगढ़, 30 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी ने चंडीगढ़ मेयर के चुनाव में इंडिया गठबंधन को पटखनी देकर जीत हासिल की है। संख्या बल कम होने के बाद भी भाजपा की जीत से सियासी हंगामा खड़ा हो गया है। हार का सामना करने वाले इंडिया गठबंधन के सदस्यों कांग्रेस और आप ने पीठासीन अधिकारी को कटघरे में खड़ा किया है।

चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर का चुनाव सोमवार को भारी गहमा गहमी के बीच हुआ। इसमें भाजपा के उम्मीदवार मनोज सोनकर ने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी कुलदीप टीटा को 4 वोटों से हरा विजय हासिल की। संख्या बल में भाजपा कमजोर थी, इसके बाद भी जीत उसे मिली। चंडीगढ़ नगर निगम में कुल 35 पार्षद हैं। चंडीगढ़ से भाजपा सांसद किरण खेर भी इन चुनावों में वोट डालने के लिए पात्र थीं। इस तरह से कुल 36 मतदाताओं ने इस चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सदन में भाजपा के 14 पार्षद, आप के 13 तो कांग्रेस के सात पार्षद हैं। हरदीप सिंह अकाली दल के एक मात्र पार्षद हैं। वहीं, सांसद किरण खेर भाजपा से हैं।

इस तरह से संख्या बल के लिहाज से भाजपा के पक्ष में 15 और INDIA गठबंध के पक्ष में 20 वोट थे। वहीं, अकाली पार्षद ने दावा किया था कि अगर मेयर चुनाव में नोटा का विकल्प नहीं होगा तो वह बहिष्कार करेंगे।  हालांकि, उन्होंने भी वोट डाला। अकाली पार्षद का वोट किसके पक्ष में पड़ा इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया। भाजपा को अपने 15 वोट के अलावा एक अतरिक्त वोट भी मिला है। कयास लगाए जा रहे हैं कि यह वोट अकाली पार्षद हरदीप सिंह का हो सकता है। 

इंडिया गठबंधन के 20 पार्षदों में से सिर्फ 12 के वोट मान्य करार दिए गए। जबकि, आठ के वोट अमान्य हो गए। इस तरह से संख्या बल में बहुमत से कम होने के बाद भी भाजपा ने मेयर की कुर्सी पर कब्जा कर लिया।   पीठासीन अधिकारी ने आठ वोट अमान्य करार दिए। इस पर आप और कांग्रेस ने पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह पर कई वोटों के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगाए। कांग्रेस और आप पार्षदों का आरोप है कि अनिल मसीह वीडियो में कई वोटों पर पेन चलाते हुए नजर आए हैं। वीडियो में भी इसके सबूत हैं। बता दें कि 18 जनवरी को नगर निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए मतदान होने थे लेकिन इसे ऐन वक्त पर इन्हें स्थगित कर दिया गया था। उस वक्त कहा गया कि पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह की तबीयत अचानक खराब हो गई। इस वजह से चुनाव को स्थगित कर दिया गया। इस चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने साथ मिलकर उम्मीदवार उतारे थे। मेयर पद के उम्मीदवार आप से थे तो सीनियर डिप्टी  मेयर और डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार कांग्रेस से हैं।