श्रीगुरुनानक जी की स्मृति में जबलपुर में बनेगा संग्रहालय और शोध संस्थान

Nov 02, 2019

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 2 नवंबर। श्री गुरुनानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व पर जबलपुर में 20 करोड़ की लागत से श्री गुरुनानक देव जी की स्मृति में सिख संग्रहालय और शोध केंद्र बनाया जाएगा। इसके साथ ही श्री गुरुनानक देवजी की यादों से जुड़े प्रदेश के छह प्रमुख सिख धर्म स्थलो को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए 12 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। यह जानकारी मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने श्री गुरुनानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व को भव्य व धूम-धाम से मनाने के लिए गठित समिति की बैठक में दी।

यह बैठक मंत्रालय में संपन्न हुई। संस्कृति मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ भी इस बैठक में उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि श्री गुरुनानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व को मनाने के लिए गठित यह समिति स्थाई रूप से काम करेगी। उन्होंने कहा कि हमारी मंशा है कि समिति सिर्फ प्रकाश पर्व के आयोजन मनाने तक सीमित न रहे बल्कि इसके बाद भी वे निरंतर सक्रियता से सिख समाज के बीच काम करती रहे। श्री नाथ ने समिति के संयोजक एवं सदस्यों से आग्रह किया कि वे पूरे प्रदेश में निवास कर रहे सिख समाज के लोगों से निरंतर सम्पर्क करें और उनकी समस्याओं तथा सुझावों से सरकार को अवगत करवाएं। इसके आधार पर सरकार निर्णय लेगी। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में श्री गुरुनानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व को शानदार और यादगार बनाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरुनानक देवजी के यादों से जुड़े मध्यप्रदेश के भोपाल के टेकरी साहिब, इंदौर के इमली साहिब, बेटमा साहिब, ओंकारेश्वर स्थित गुरुद्वारा, उज्जैन का गुरुनानक घाट गुरुद्वारा एवं जबलपुर के ग्वारी घाट गुरुद्वारे में विकास कार्य एवं सुविधाओं के विस्तार के लिए राज्य सरकार 2-2 करोड़ रुपए देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुनानक देवजी की यादों से जुड़े इन स्थलों को धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।

      बैठक में बताया गया कि श्री गुरुनानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित करते हुए इंदौर में शेरे पंजाब ,सिखों के महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। श्री नाथ ने बताया कि श्री गुरुनानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व पर 12 नवम्बर को प्रदेश के प्रमुख शासकीय कार्यालयों में विद्युत सजावट और रोशनी की जाएगी। मंत्रालय और विधानसभा पर भी विद्युज सज्जा की जाएगी। प्रदेश के सभी गुरुद्वारों में इस अवसर पर होने वाले आयोजन पर विशेष साफ-सफाई के साथ सभी आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे और गुरुद्वारों के पहुँच मार्गों को दुरुस्त किया जावेगा।550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर  प्रदेश में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे और सेमिनार भी आयोजित होंगे। प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में श्री गुरुनानक देवजी के नाम पर पीठ की स्थापना की जाएगी।गुरु नानक देव जी की याद में खेलकूद प्रतियोगिताएँ आयोजित होगी।स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे।

      बैठक में समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री का इस बात के लिए आभार व्यक्त किया कि वे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने न केवल श्री गुरुनानक देवजी के प्रकाश पर्व को भव्य रूप से मनाने का‍ निर्णय लिया बल्कि प्रदेशभर के सिख प्रतिनिधियों को बुलाकर सीधी चर्चा की। इस मौके पर होशंगाबाद से आये जसपाल सिंह भाटिया ने गुरु नानक देव जी के 550 वे प्रकाश पर्व को समर्पित करते हुए मुख्यमंत्री गौ-संरक्षण प्रोजेक्ट के लिए इटारसी में गौ-शाला निर्माण के लिए अपनी एक एकड़ भूमि देने की घोषणा की।

      बैठक में केन्द्रीय गुरुसिंह सभा मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष गुरदीप सिंह भाटिया, सचिव केन्द्रीय गुरुसिंह सभा मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सुरजीत सिंह टुटेजा, इंदौर गुरु सिंघ सभा के महासचिव सदस्य जसबीर सिंह गांधी ,उज्जैन सुरिन्दर सिंह अरोरा, अध्यक्ष गुरुसिंह सभा भोपाल परमवीर सिंह वजीर, अध्यक्ष गुरुसिंह सभा सागर सतिंदर सिंह होरा, सदस्य जबलपुर नरेन्द्र सिंह पांधे, अध्यक्ष गुरुद्वारा फूलबाग ग्वालियर गुरुचरण सिंह आजमानी, सदस्य खरगोन मंजीत सिंह चावला, सदस्य होशंगाबाद जसपाल भाटिया, सदस्य रीवा गुरमीर सिंह मंगू ,सदस्य दिलीप राजपाल, सचिव मढाताल गुरुद्वारा जबलपुर गुरुदेव सिंह रील, तेजपाल सिंह पाली भोपाल एवं संतोष सिंह सोहल ग्वालियर ने बैठक में अपने सुझाव रखे व मुख्यमंत्री का इन ऐतिहासिक निर्णयों के लिये आभार माना। मुख्य सचिव एस.आर. मोहन्ती, अपर मुख्य सचिव अध्यात्म मनोज श्रीवास्तव , प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग पंकज राग सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव एवं सचिव भी इस अवसर पर उपस्थित थे।