शहीदों को श्रद्धांजलि देकर राज्यपाल ने कहा--पुलिस समाज का अभिन्न हिस्सा
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 21 अक्टूबर। राज्यपाल लालजी टंडन ने पुलिस स्मृति दिवस पर लाल परेड मैदान में शहीद स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में शहीद पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पुलिस समाज का अभिन्न हिस्सा है। इसकी सक्रिय भागीदारी के बिना विकास की सोच को फलीभूत करना संभव नहीं है। श्री टंडन ने कहा कि प्रदेश की शांतिप्रिय जनता के अनुशासित एवं भाईचारापूर्ण आचरण से आज हमारे प्रदेश की देश में साख बनी है। हम सब सांस्कृतिक विविधता के बावजूद एक हैं। इस वातावरण को बनाये रखने के लिये आम आदमी को पुलिस का सहयोगी बनना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि पुलिस महकमे को कानून-व्यवस्था की स्थिति को सुदृढ़ बनाये रखने के प्रयासों को और बेहतरी के साथ जारी रखना होगा। उन्होंने प्रदेश की कानून-व्यवस्था, उपलब्धियों, अपराधों की त्वरित विवेचना और अपराधियों को सजा दिलाने के मामलों में वृद्धि के लिए पुलिस महकमे की सराहना की। राज्यपाल ने कहा कि हम सभी के लिये यह गर्व की बात है कि हमारे प्रदेश की पुलिस की गणना देश के श्रेष्ठ बलों में की जाती है। उन्होंने कहा कि पुलिस बल असामाजिक तत्वों एवं राष्ट्रद्रोही ताकतों के साथ कठोरता से पेश आए। यह भी सुनिश्चित करे कि कभी किसी निर्दोष के साथ अन्याय नहीं हो और आमजन सुरक्षित महसूस करें। राज्यपाल ने शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस घड़ी में स्वयं को अकेला नहीं समझें। मध्यप्रदेश सरकार, पुलिस प्रशासन और सम्पूर्ण समाज उनके साथ है।
विशेष पुलिस महानिदेशक विजय यादव ने बताया कि इस वर्ष मध्यप्रदेश पुलिस के 2 जवानों ने देश के लिए शहादत दी है। उन्होंने बताया कि लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स स्थान पर 21 अक्टूबर 1959 को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के गश्ती दल पर चीनी फौज ने घात लगाकर हमला किया था। इस मुठभेड़ में 10 जवान शहीद हो गए थे। उन अमर शहीदों की स्मृति में यह दिवस देश की समस्त पुलिस इकाईयों द्वारा मनाया जाता है।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में राज्यपाल को शहीद पुलिसकर्मियों की सम्मान सूची प्रस्तुत की गई। एक सितंबर 2018 से 31 अगस्त 2019 तक वीर गति को प्राप्त पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों की नामावली का वाचन हुआ और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गई। राज्यपाल ने प्रदेश पुलिस के शहीद प्रधान आरक्षक स्व. उमेश बाबू और आरक्षक बृजेश रावत के परिजनों से भेंट कर उन्हें सांत्वना दी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव एस.आर. मोहंती, प्रमुख सचिव गृह एस.एन. मिश्रा, शहीद पुलिसकर्मियों के परिजन और पुलिस के अधिकारी तथा जवान उपस्थित थे।