व्यापमं मामले में दिग्विजय सिंह को घेरने की तैयारी
(खरी खरी संवाददाता)
भोपाल, 4 मई। शिवराज सिंह चौहान के तीन मंत्रियों ने आज व्यापमं मामले की जांच कर रही सीबीआई के आफिस पहुंचकर कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह, व्यापमं मामले के व्हिसिल व्लोअर प्रशांत पांडे तथा आनंद राय सहित अन्य लोगों के खिलाफ कूट रचित दस्तावेज सीबीआई और कोर्ट को देने के आरोप में आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की। इन मंत्रियों में जनंसपर्क मंत्री डा नरोत्तम मिश्रा, गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह और सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग शामिल थे।
व्यापमं मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट में एक शपथ पत्र देकर कहा है कि व्यापमं मामले में सौंपे गए दस्तावेज गलत पाए जाने के चलते सीबीआई बहुत जल्द कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह और प्रशांत पांडे तथा आनंद राय के खिलाफ कार्रवाई करेगी। सीबीआई के इसी शपथ पत्र के आधार पर भोपाल में यह ज्ञापन दिया गया है। ज्ञापन देने के पहले तीनों मंत्रियों और सरकार तथा संगठन के लोगों के बीच लंबी चर्चा हुई। उसके बाद तीनों मंत्री सीबीआई के डीआईजी को संबोधित चार पेज का ज्ञापन लेकर प्रोफेसर कालोनी स्थिति सीबीआई के कैंप आफिस पहुंचे। वहां सीबीआई के अफसरों को ज्ञापन देकर दिग्विजय सिंह, प्रशांत पांडे और आनंद राय के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की गई।
ज्ञापन में कहा गया है कि दिग्विजय सिंह और उनके साथियों ने प्रेस कांफ्रेंस करके आरोप लगाया था कि व्यापमं मामले में जो एक्सल शीट और पेन ड्राइव आदि सामान एसटीएफ ने जब्त किया था। उसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कहने पर टेंपरिंग की गई थी। इसके लिए इन लोगों की ओर से तथाकथित सुबूत भी पेश किए गए। यह सुबूत उनकी ओर से सीबीआई और बाद में अदालत को भी शपथ पत्र के साथ सौंपे गए तथा शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की गई। अब जांच में स्पष्ट हो चुका है कि एसटीएफ द्वारा जब्त किए गए किसी भी सामान से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई थी। इसे सीबीआई ने खुद अपनी जांच में माना है। इसलिए इन लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए।