लोकसभा चुनाव की घोषणा के पहले चुनाव आयुक्त के खाली पद भरने की तैयारी
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 10 मार्च। भारत निर्वाचन आयोग में चुनाव आयुक्त के दो खाली पदों पर नई नियुक्ति लोकसभा चुनाव की घोषणा के पहले हो जाने की संभावना है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति की बैठक 15 मार्च तक हो सकती है। केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव की घोषणा के पहले सभी खालीं पदों को भरने की तैयारी में है।
देश में नई लोकसभा के चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। ऐसे में निर्वाचन आयोग में चुनाव आयुक्त के दो खाली पदों को भरने की जरूरत हैं। पहले आयुक्त अनूप चंद्र पांडे सेवानिवृत्ति हो गए हैं। दूसरे आयुक्त अरुण गोयल ने शुक्रवार सुबह इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया और कानून मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर इसकी घोषणा की। उनके इस्तीफे से चुनाव आयुक्त के दो पद खाली हो गए। लोकसभा चुनाव के मद्दे नजर चुनाव आयोग के सभी पद भरे होना उचित होगा। इसलिए सरकार ने चुनाव आयुक्त के दोनों खाली पद भरने की योजना तैयार की है। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के नेतृत्व में एक खोज समिति जिसमें गृह सचिव और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के सचिव शामिल होंगे, पहले दोनों पदों के लिए पांच-पांच नामों के दो अलग-अलग पैनल तैयार करेगी। बाद में, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली एक चयन समिति, जिसमें एक केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी शामिल होंगे, चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति के लिए दो व्यक्तियों का नाम तय करेगी। सूत्रों ने कहा कि चयन समिति सदस्यों की सुविधा के आधार पर 13 या 14 मार्च को बैठक कर सकती है और नियुक्तियां 15 मार्च तक होने की संभावना है। हाल ही में सीईसी और ईसी की नियुक्ति पर एक नया कानून लागू होने से पहले, चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा की जाती थी और परंपरा के मुताबिक, सबसे वरिष्ठ को सीईसी के रूप में नियुक्त किया जाता था।