रूस की दो दिन की यात्रा पर मास्को पहुंचे पीएम मोदी का भव्य स्वागत
खरी खरी संवाददाता
मास्को, 7 जुलाई। रूस की दो दिवसीय यात्रा पर मास्को पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाई अड्डे पर ही स्वागत कर गार्ड आफ आनर दिया गया। प्रधानमंत्री की अगवानी रूस के फर्स्ट डिप्टी पीएम डेनिस मान्तुरोव ने की। करीब पांच साल बाद मोदी रूस की यात्रा पर हैं।
भारत के प्रधानमंत्री की रूस यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब अमेरिका में नाटो समिट होने जा रही है, हालांकि भारत और पीएम मोदी की यात्रा का नाटो समिटि से कोई संबंध नहीं है। मास्को के वनुकोवो-II हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर रूसी संघ के प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव ने उनकी अगवानी की और उनका औपचारिक स्वागत किया, जो उस उप प्रधानमंत्री से वरिष्ठ हैं जिन्होंने हाल ही में रूस की यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का स्वागत किया था। पीएम रूस में 22वें भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी यूक्रेन युद्ध के बाद पहली बार रूस पहुंचे हैं। इस वजह से यात्रा के कई मायने निकाले जा रहे हैं, क्योंकि इस समय अमेरिका में नाटो समिट भी हो रही है। पूरी दुनिया खासकर पश्चिमी देश मोदी के रूस दौरे पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं, अमेरिका में नाटो समिट को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि मोदी के रूस दौरे का नाटो समिट से कोई मतलब नहीं है। इससे पहले पीएम मोदी 2019 में रूस गए थे। मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आखिरी मुलाकात उज्बेकिस्तान में एससीओ समिट के दौरान हुई थी। उसके बाद रूस और यूक्रेन के मध्य युद्ध शुरू हो गया था। रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रूस यात्रा और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी वार्ता द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों तथा वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी अनुसंधान के कुछ नये क्षेत्रों पर केंद्रित होगी। कुमार ने विश्वास जताया कि वार्ता से कई क्षेत्रों में ‘‘ठोस नतीजे'' निकलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति पुतिन के निमंत्रण पर 8 से 9 जुलाई तक मास्को में रहेंगे। विदेश मंत्रालय ने सोमवार से शुरू हो रही उच्च स्तरीय यात्रा की घोषणा करते हुए नई दिल्ली में कहा कि दोनों नेता दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की संपूर्ण समीक्षा करेंगे और आपसी हितों के समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। मोदी की यात्रा पर रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने कहा कि व्यापार, आर्थिक और निवेश सहयोग तथा संपर्क पर व्यापक बातचीत मोदी की यात्रा के दौरान चर्चा का मुख्य केंद्र होगी। कुमार ने कहा, "यह दोनों देशों के बीच होने वाली वार्षिक शिखर बैठकों का हिस्सा है और इसलिए एजेंडा हमारे द्विपक्षीय संबंधों के सभी मुद्दों पर केंद्रित होगा।"
यूक्रेन युद्ध के बाद अमेरिका ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे। इसके बाद भी भारत ने रूस से कच्चा तेल खरीदना शुरू कर दिया। भारत और रूस के बीच यूक्रेन जंग के बाद व्यापार तेजी से बढ़ा है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत ने 45.4 लाख करोड़ का कच्चा तेल खरीदा था। वित्तीय वर्ष 2023-24 में दोनों देशों के बीच 54 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हुआ। भारत ने रूस को सिर्फ 3.3 लाख करोड़ का निर्यात किया था। भारत के विदेश सचिव विनय मोहन ने बताया कि दोनों नेता व्यापार में असमानता के मुद्दे पर बातचीत करेंगे।