राशन की लाइन में लगे लोग जिंदा जल गए
छिंदवाड़ा, 21 अप्रैल। छिंदवाड़ा जिले की हर्रई तहसील के बारगी गांव में कंट्रोल की दुकान पर राशन लेने की लाइन में लगे लोगों को मौत ने अपने आगोश में ले लिया। राशन और कैरोसिन वितरण के दौरान सहकारी समिति की दुकान में आग लग जाने से मौत का तांडव हो गया। अभी तक लगभग 16 शवों को निकाला जा चुका था और दुकान के अंदर अनाज के बोरों के नीचे और शव पड़े होने की आशंका बताई जा रही है। वहीं कई लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार चार लाख रुपए का मुआवजा दिए जाने का ऐलान किया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर हर्रई तहसील के बारगी गांव स्थित सहकारी समिति केंद्र में शुक्रवार को दोपहर बाद राशन और कैरोसिन का वितरण हो रहा था। आसपास के तमाम गांवों के कई लोग राशन और कैरोसिन के लिए लाइन में लगे थे। करीब साढ़े चार बजे अचानक दुकान में आग लग गई और कैरोसिन के ड्रम वहीं होने के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया। देखते देखते ही लाइन में लगे लोग मौत के मुंह में समा गए। जिला प्रशासन के अफसरों के अनुसार आग की वजह अभी समझ में नहीं आई है, लेकिन यह माना जा रहा है कि लाइन में लगे किसी व्यक्ति ने बीड़ी या सिगरेट पीकर वहीं फेंक दी होगी। वहां रखे कैरोसिन के ड्रमों से रिसे तेल ने आग पकड़ ली होगी। आग बुझाने की कोशिशें व्यापक स्तर पर शुरू हुई, लेकिन घटना स्थल दूरदराज होने के कारण संसाधनों के पहुंचने में देरी हुई और तब तक मौत का तांडव हो चुका था। देर शाम तक 16 शवों को निकाला जा चुका था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उस समय धार के मोहनखेड़ा में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति में भाग ले रहे थे। उन्होंने छिंदवाड़ा के प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन को तुरंत घटना स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए। घटना में मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए तथा गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा भी मुख्यमंत्री ने की। मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए 10-10 हजार रुपए की मदद देने का भी ऐलान किया किया गया है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।