राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन बच्चे का जन्म चाहते हैं बहुत से परिवार

Jan 15, 2024

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 15 जनवरी। श्रीराम जन्म भूमि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वाले 22 जनवरी को बहुत से परिवार अपने बच्चे का जन्म चाहते हैं। इसलिए वे गर्भवती महिलाएं जिनके यहां प्रसव जनवरी में संभावित है, वे और उनके परिजन डाक्टरों से संपर्क कर बच्चे के जन्म को किसी भी तरह प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन सुनिश्चित करना चाहे रहे हैं।

अयोध्या में श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देशभर में भारी उत्साह है। हर कोई इस तारीख को अपने अनुसार यादगार बनाना चाह रहा है। इसलिए उस दिन शादियों के मुहूर्त निकाले जा रहे हैं, मकान-भूमि की रजिस्ट्री करा रहे हैं। वहीं कई परिवार उस दिन अपने बच्चे का जन्म कराने की योजना भी बना रहे हैं। इस तरह की खबरें देश के हर अंचल से आ रही हैं। विशेषकर उत्तर भारत में डाक्टरों के पास जाकर सलाह लेने और उनसे 22 जनवरी को डिलेवरी कराने का अनुरोध करने वालों की संख्या ज्यादा है। उत्तर प्रदेश के बड़े अस्पतालों मे शामिल कानपुर के 'गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज' (जीएसवीएम) में लोगों के अनुरोध पर विशेष तैयारियां की गई है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्रसूति एंव स्त्री रोग विभाग की अध्यक्ष डॉक्टर सीमा द्विवेदी ने इस तरह के अनुरोध की पुष्टि करते हुए कहा कि 22 जनवरी को जिस दिन राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है, उसी दिन अस्पताल में 30 ऑपरेशन की व्यवस्था की गई है। गर्भवती महिलाओं ने कहा है कि वे चाहती हैं कि 22 जनवरी को उनके घर ही रामलला का आगमन हो। नैनीताल के बीडी पांडे जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार यहां प्रत्येक माह 80 से 90 गर्भवती महिलाएं शिशुओं को जन्म देती हैं। अस्पताल की ओर से 12 से ज्यादा महिलाओं को 20 से 25 जनवरी के बीच की प्रसव तिथि दी गई है। इनमें से करीब छह परिवार चाहते हैं कि उनके घर बच्चे का जन्म 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन हो जाए तो अच्छी बात है। भवाली निवासी मोहित कुमार ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन की ओर से उनकी पत्नी के प्रसव को लेकर 26 जनवरी की तिथि दी गई थी। लेकिन उन्हें 22 जनवरी को डिलीवरी होने की उम्मीद थी। इससे पूर्व ही उनके घर कन्या ने जन्म ले लिया। उनका कहना है ‎कि इस ऐतिहासिक माह के भीतर जन्म लेने पर उसका बर्थडे वह आने वाले हर साल 22 जनवरी को ही मनाएंगे। जिला अस्पताल में मल्लीताल निवासी एक दंपति ने बताया कि उन्होंने डॉक्टरों से 22 जनवरी को प्रसव कराने की मांग की है। यदि बेटा हुआ तो उसका नाम राम रखेंगे, जब‎कि बेटी हुई तो उसे सीता बुलाएंगे। उन्होंने कहा कि यह ‎दिन देश ही नहीं बल्कि विश्व के लिए ऐतिहासिक दिन बनने जा रहा है, य‎दि इस ‎दिन उनके घर नया मेहमान आता है, यह हमारे ‎लिए बड़ी खुशी होगी।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 22 जनवरी का दिन शुभ है। इसमें करीब 84 सेकेंड तक अद्भुत संयोग है। इस दौरान जन्म लेने वाला बच्चा अपने जीवन में हर गौरव को प्राप्त करेगा। वह हर क्षेत्र में तरक्की करेगा।

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