मासूम से रेप मामले में जनाक्रोश सड़कों पर, सीएम ने की फांसी की वकालत
खरी खरी संवाददाता
इंदौर, 29 जून। दो हैवानों की दरिंदगी का शिकार हुई मंदसौर की सात साल की बच्ची की हालत इंदौर के एम वाय अस्पताल में नाजुक बनी है। पुलिस ने मामले के दूसरे आरोपी 24 साल के आसिफ को भी गिरफ्तार कर लिया है। मंदसौर शहर घटना के विरोध में दूसरे दिन भी आक्रोश में रहा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आऱोपियों को फांसी दिए जाने की वकालत की है।
सात साल की मासूम अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। मंदसौर के लोग बच्ची को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतर आए हैं। लगातार दूसरे दिन भी मंदसौर में स्थिति तनावपूर्ण रही। उधर मंदसौर बार एसोसिएशन ने आरोपी की पैरवी नहीं करने का भी फैसला लिया है। एसोसिएशन ने कहा बच्ची के पक्ष में 100 वकील नि:शुल्क पैरवी करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा, ''इस तरह के दरिंदों को सभ्य समाज में रहने का हक नहीं है और ऐसे लोगों को फांसी से कम सजा नहीं होना चाहिए। प्रशासन आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए पूरा प्रयास करेगा। मुख्यमंत्री ने पीड़ित बच्ची के बारे में कहा कि वह मध्यप्रदेश की बेटी है और वे स्वयं उसके स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं। सरकार कोशिश कर रही है कि वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाए। इंदौर के अस्पताल में भर्ती बेटी के स्वास्थ्य की वो लगातार जानकारी ले रहे हैं।
एमवाय अस्पताल में भर्ती रेप पीड़िता का मामला आनंद हाई कोर्ट पहुंच गया है। एक संस्था द्वारा दायर जनहित याचिका में कहा गया है कि मासूम को सरकारी खर्च पर प्लेन से दिल्ली ले जाया जाए, जहां सरकारी खर्च पर ही उसका एम्स में इलाज करवाया जाए। याचिका में यह मांग भी की गई कि सरकार बच्ची के परिजन को तत्काल आर्थिक सहायता व अंतिम रूप से क्षतिपूर्ति राशि दे। याचिका में यह भी कहा गया है कि दुष्कर्म जैसी घटनाओं के लिए मप्र देश में काफी आगे चल रहा है। इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। ऐसी सरकार को बने रहने का अधिकार नहीं है। अत: राज्य सरकार को तत्काल भंग कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए।
शुक्रवार को मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता, इंदौर विधायक सुदर्शन गुप्ता, ऊषा ठाकुर, पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन, जीतू जिराती और घनश्याम कांकाणी सहित कई नेता बच्ची से मिलने एमवाय अस्पताल पहुंचे। करीब 2 घंटे तक वे परिजन और डॉक्टरों से बात करते रहे। बच्ची से मिलने के बाद आक्रोशित विधायक ऊषा ठाकुर ने कहा कि आरोपियों को सरेआम फांसी दी जाए। इन्हें श्मशान में भी जगह नहीं मिलनी चाहिए। जब चील-कौवे इनकी लाश खाएंगे, तब जाकर ऐसे नर-पिशाचों की संवेदना शायद जाग सके, इन्हें खुलेआम शूट कर देना चाहिए।
एमवाय अस्पताल में 10 डॉक्टरों की टीम की निगरानी में बच्ची का इलाज चल रहा है। बच्ची के जख्म इतने गहरे हैं कि उन्हें भरने में 15 से 20 दिन का समय लगेगा। बच्ची को इतना दर्द है कि उसे कोई छूता है तो वह कराह उठती है। बच्ची की अलग-अलग सर्जरी की गई है। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची की हालत अब खतरे से बाहर है।
घटना के विरोध में गुरुवार को मंदसौर सहित पिपलियामंडी, दलौदा बंद रहा। वहीं शुक्रवार को सीतामऊ, सुवासरा, संजीत व शामगढ़ बंद रहा। बाल कल्याण समिति व निजी स्कूल एसोसिएशन ने सभी विद्यालयों को बच्चों के सुरक्षा के इंतजाम रखने के लिए पत्र लिखा है। निजी स्कूल एसोसिएशन अध्यक्ष रूपेश पारिख ने कहा शनिवार को सभी स्कूल बंद रहेंगे और संचालकों द्वारा प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा।