महाकौशल और चंबल अंचल से जन आशीर्वाद यात्रा का अमित शाह ने किया आगाज

Sep 05, 2023

खरी खरी संवाददाता 

 भोपाल, 5 सितंबर। भारतीय जनता पार्टी के इलेक्शन कैंपेन के सबसे बड़े इवेंट जन आशीर्वाद यात्रा का महाकौशल औऱ चंबल अंचल से भी शुभारंभ हो गया। महाकौशल की यात्रा मंडला से और चंबल की यात्रा श्योपुर से शुरू हुई। दोनों यात्राओं का शुभारंभ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया।

जन आशीर्वाद यात्राओं का शुभारंभ करते हुए अमित शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि 20 साल में भाजपा के 3 मुख्यमंत्रियों ने विशेषकर शिवराज सिंह चौहान ने इसे बेमिसाल प्रदेश बनाकर आगे बढ़ाने का काम किया है।मध्य प्रदेश पहला राज्य है जिसने पेसा एक्ट लागू कर आदिवासियों के कल्याण का काम किया है।शिवराज जी ने यहाँ 17 घोषणाएँ की थी सारा की सारी 2 साल के अंदर पूरी कर दी हैं। आदिवासी कल्याण के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने एक नये प्रकार का रास्ता देश भर के राज्यों के लिए प्रशस्त किया है। अमित शाह ने कहा कि यूपीए, कांग्रेस की सरकार में कमलनाथ और बंटाधार की केंद्र में सरकार थी, मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे उन्होंने कहा देश की तिजोरी पर सबसे पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है तब इसका सबने विरोध किया। साल 2014 में मोदी जी की सरकार आई, उन्होंने संसद में भाषण दिया कि मेरी सरकार गरीबों, आदिवासियों, दलितों की सरकार है। मोदी जी ने 9 साल में देश के गरीबों और आदिवासियों के लिए ढेर सारे बदलाव किये।कांग्रेस पार्टी नारा देती थी जल,जंगल और जमीन की रक्षा करेंगे। उन्होंने तो नहीं की लेकिन मोदी जी ने जल, जंगल और जमीन के साथ सुरक्षा, सम्मान और समावेशी विकास को जोड़कर आदिवासी कल्याण का काम किया। अटल जी ने आदिवासी मंत्रालय बनाया। मोदी जी ने 2 वर्षों में मात्रा के दोष के कारण छूटी हुई 23 जातियों को फिर से आदिवासी जातियों में एड किया और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाकर पूरे देश में आदिवासियों का सम्मान करने का काम किया।मोदी जी ने देशभर में 10 जगहों पर भगवान बिरसामुंडा, रघुनाथशाह, शंकरशाह, रानी दुर्गावती ऐसे आदिवासियों, के स्वतंत्रता सेनानियों के संग्रहालय बनवाये। उन्होंने कहा कि आज मैं बंटाधार और कमलनाथ से पूछने आया हूँ कि जब आपकी सरकार थी यूपीए, कांग्रेस की सरकार थी तब आदिवासी कल्याण मंत्रालय का एसटी कंपोनेंट का बजट कितना था? मैं बताने आया हूँ मनमोहन सिंह की सरकार सालाना केवल 24 हजार करोड़ रुपये देती थी और मोदी जी ने 24 हजार करोड़ से बढ़ाकर 1 लाख 19 हजार करोड़ रुपये का बजट किया।मोदी जी ने 87 करोड़ रुपये एकलव्य स्कूल के लिए खर्च करना शुरू किया। इसके साथ-साथ आजादी के पहली बार गरीब परिवार की बेटी संथाली आदिवासी बहन महामहिम द्रौपदी मूर्मू को राष्ट्रपति बनाने का काम भी मोदी जी ने किया।