मप्र को मिली दस हजार करोड़ से ज्यादा निवेश वाले 24 राष्ट्रीय राजमार्गों की सौगात
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 30 जनवरी। मध्यप्रदेश के लिए मंगलवार का दिन बेहद मंगलकारी रहा और मध्यप्रदेश के विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी तथा मप्र के मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने जबलपुर और भोपाल में आयोजित कार्यक्रमों में दस हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश वाले 24 राजमार्गों का शिलान्यास किया। जबलपुर में 9 और भोपाल में 15 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास हुआ है। जबलपुर का कार्यक्रम वेटनरी कालेज ग्राउंड पर और भोपाल का कार्यक्रम लाल परेड मैदान पर आयोजित किया गया।
राजधानी भोपाल और संस्कारधानी जबलपुर के समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गड़करी ने कहा कि मध्यप्रदेश में सड़क परियोजनाओं से प्रदेश को इंडस्ट्रियल और एग्रीकल्चर हब बनाने में मदद मिलेगी। मध्य प्रदेश में सड़क नेटवर्क बेहतर बनाने के लिए नए कार्य प्रारंभ किये जा रहे हैं। इस वर्ष के अंत तक अनेक कार्य पूर्ण होंगे। मध्य प्रदेश में सड़कों के निर्माण से निवेश आएगा, निर्यात भी बढ़ेगा। रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे और निर्धनता को दूर करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सड़कों का निर्माण विकास की अनेक संभावनाओं को साकार करता है। मालवा का आटा अनेक देशों में पसंद किया जाता है। इसके निर्यात में नई सड़क संरचनाएं उपयोगी होंगी। गडकरी ने बताया कि उज्जैन में रेलवे स्टेशन से बाबा महाकाल मंदिर तक रोप-वे के संचालन का प्रकल्प महत्वपूर्ण है। आगामी महीने में 171 करोड़ रुपए के इस प्रकल्प के लिए निविदा की कार्यवाही करने की तैयारी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 तक अनेक कार्य पूरे होंगे। जिसमें इंदौर-हैदराबाद कॉरिडोर भी शामिल है। कई ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे भी बन रहे हैं। मध्यप्रदेश के 27 सड़क निर्माण प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृति दी जा रही है। भोपाल झीलों का शहर है। झील पर रोप-वे और केबल कार के मध्यप्रदेश सरकार के प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृति दी जाएगी।गडकरी ने कहा कि मुम्बई-दिल्ली कॉरिडोर पूरा होने से मध्यप्रदेश से दोनों महानगरों तक आना-जाना का कार्य 5-6 घंटे में हो जाएगा। यह काम इसी वर्ष पूरा होने की आशा है। ग्रीन फील्ड हाई-वे के अंतर्गत ग्वालियर, आगरा और ग्वालियर-दिल्ली की यात्रा कम समय में पूरी की जा सकेगी। इसके साथ ही भोपाल से कानपुर की यात्रा भी नए कॉरिडोर के निर्माण से सात-आठ घंटे में ही पूरी हो जाएगी जो वर्तमान में पंद्रह घंटे में होती है। सागर से कानपुर की दूरी में 21 किलोमीटर की कमी आएगी। भोपाल- सागर फोर लेन सड़क जिसकी लम्बाई 170 किलोमीटर है, एक वर्ष में बन जाएगा। इसकी लागत 4 हजार करोड़ रुपए है। श्री गडकरी ने मध्यप्रदेश में राजमार्गों के विकास के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
राजमार्गों से हर क्षेत्र को लाभः सीएम
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि दस हजार करोड़ रुपए के सड़क निर्माण कार्यों की शुरूआत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। राजमार्गों के निर्माण से प्रदेश के सभी क्षेत्रों को लाभ मिलेगा। औद्योगिक गतिविधियां भी तेज होंगी। गत 70 वर्ष में 5 हजार किलोमीटर के मार्ग तैयार हुए थे। लेकिन गत दस वर्ष में इतने ही अर्थात 5 हजार किलोमीटर के नए मार्ग बने हैं। मध्यप्रदेश उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम आने जाने वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण रहा है। काल के प्रवाह में परिस्थितियां बदलने से कुछ फर्क पड़ा। अब नए राजमार्गों के निर्माण से प्रदेश के न सिर्फ 17 जिलें बल्कि पूरा प्रदेश लाभान्वित होगा। भोपाल की बड़ी झील से केबल कार और रोप- वे के संचालन पर विचार हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने ईधन के वैकल्पिक साधनों के प्रयोग पर बल दिया है। अब विद्युत वाहन भी बड़ी संख्या में चल रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नितिन गडकरी द्वारा किए गए नवाचारों के लिए भी सराहना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राष्ट्रीय राजमार्ग के उन कार्यों के महत्व पर भी प्रकाश डाला जिनका आज शिलान्यास हुआ।