मप्र की पांच सीटों से सहित राज्यसभा की 56 सीटों के लिए 27 फरवरी को वोटिंग
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 29 जनवरी। भारत निर्वाचन आयोग ने मध्यप्रदेश की पांच सीटों सहित देश के पंद्रह राज्यों की 56 राज्य सभा सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। सभी सीटें 2 अप्रैल को रिक्त होने जा रही हैं। इनमें छत्तीसगढ़ की एक, बिहार की 6 और यूपी की दस सीटें भी शामिल हैं।
भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को इन सीटों को भरने के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया है। आयोग के अनुसार चुनाव के लिए अधिसूचना 8 फरवरी को जारी होगी। आठ फरवरी से ही नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। नामांकन 15 फरवरी तक स्वीकार किए जाएंगे। नामांकन पत्रों की जांच 16 फरवरी को की जाएगी। नाम वापसी 20 फरवरी तक हो सकेगी। आवश्यकता होने पर मतदान 27 फरवरी को सुबह नौ से चार बजे तक कराया जाएगा। पांच बजे से मतगणना होगी और उसके तुरंत बाद परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।मतदान मतपत्र के माध्यम से कराया जाएगा।
मध्यप्रदेश में पांच सीटों के लिए चुनाव होंगे। इनमें से 4 सीटें फिलहाल भाजपा और 1 कांग्रेस के पास है। विधानसभा के सभी 230 सदस्य मतदान प्रक्रिया में भाग लेंगे। इसके लिए मतदाता सूची रिटर्निंग आफिसर द्वारा तैयार की जाएगी, जो विधानसभा के प्रमुख सचिव होंगे। सहायक रिटर्निंग आफिसर भी विधानसभा सचिवालय के अधिकारी होंगे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारी भी चुनाव प्रक्रिया के दौरान पूरे समय उपस्थित रहेंगे। मतदान की व्यवस्था विधानसभा के समिति कक्ष में होगी। मध्य प्रदेश से रिक्त होने वाली पांच सीटों में से चार भाजपा और एक कांग्रेस के पास है। 230 सदस्यीय विधानसभा में दलीय स्थिति के अनुसार चार सीटें फिर भाजपा को मिलनी तय है। पार्टी के 163 विधायक हैं।
एक सदस्य के निर्वाचन के लिए 39 मतों की आवश्यकता होगी। इस हिसाब से देखा जाए तो फिर भाजपा के चार सदस्य चुनकर आएंगे। वहीं, कांग्रेस एक सदस्य निर्वाचित कराने की स्थिति है। पार्टी के विधायक की संख्या 66 है, जबकि एक सदस्य भारत आदिवासी पार्टी से है। मध्यप्रदेश से जिन सांसदों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है उनमें भाजपा के अजय प्रताप सिंह, धर्मेंद्र प्रधान, कैलाश सोनी, डा. एल मुरूगन और कांग्रेस के राजमणि पटेल शामिल हैं। छत्तीसगढ़ की इकलौती सीट भाजपा की सरोज पांडे का कार्ययकाल पूरा होने से खाली हो रही है।