बारिस रुकने के बाद समझ में आ रहा है, आसमां से बरसी आफत ने कितना कहर ढाया
भोपाल। राजधानी भोपाल से मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पानी ने तबाही मचा दी है। शुक्रवार और शनिवार की भारी बरसात ने जहां कई जिंदगियां छीन लीं, वहीं आम जीवन अस्त व्यस्त हो गया। रविवार को आसमां से कहर नहीं बरसा लेकिन पहले बरसी आफत का असर अब ज्यादा दिखाई पड़ रहा है। जिन घरों में पानी अंदर तक भर गया, इन घरो मे रहने वाले नुकसान की हकीकत देखकर रो रहे हैं। बरसात में भले ही जन जीवन ठप्प हो गया था लेकिन जीवन को पटरी पर लाने के लिए लोगों को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सख्त निर्देश के चलते प्रदेश के सभी जिलों में स्थानीय प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है, लेकिन जिस तरह आपदा आई, उससे निपटने के लिए संसाधन कम पड़ गए हैं।
सतना में सेना को कमान संभालनी पड़ी तो कई जगह सड़कें-पुल और डैम बह गए। शुक्रवार देर शाम से भोपाल, रायसेन, पचमढ़ी, होशंगाबाद, इटारसी में मूसलधार बारिश जारी है। पचमढ़ी शुक्रवार को 9 घंटे में करीब 7 इंच पानी बरसा। 10 जुलाई तक राज्य में यह सामान्य से काफी ज्यादा बारिश है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में तो मोहल्लों में पैदल पहुंचकर हालात का जायजा लिया। दोपहर चार बजे उन्होंने सबसे पहले स्टेशन के पास पातरा नाला पहुंचकर प्रभावित लोगों से बातचीत की। वे कई इलाकों में पैदल भी गए। इसके बाद वे कोच फैक्ट्री रोड, चांदबड़, खुशीपुरा, अशोका गार्डन और आशिमा माल के पास मुगालिया बस्ती पहुंचे। लोगों ने बताया कि रात से ही मूसलाधार बारिश के कारण ज्यादा परेशानी हुई। प्रभावित लोगों ने मांग रखी कि उनके घरों में पानी घुसा है, सुबह से भूखे हैं। खाने का इंतजाम किया जाए। तब मुख्यमंत्री ने खाने के पैकेट दिए जाने का भरोसा दिलाया। साथ ही कहा कि अस्थाई रूप से उन्हें सुरक्षित जगह पर ठहराया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि संपत्ति के नुकसान का सर्वे होगा। हर प्रभावित को राहत मिलेगी। सामान के नुकसान का सर्वे करवाकर राहत राशि उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने जायजा लेते समय सभी से कहा कि आगे कोई भी दिक्कत हो तो तत्काल 1079 पर डायल करें। भोपाल में 366 होमगार्ड रेस्क्यू टीम बनाई गई है। नौका और प्रशिक्षित तैराक भी हैं।
ट्रैक पर पानी भरने की स्थिति में शनिवार की तरह ही ट्रेनें घंटों लेट हो सकती हैं। इस बीच रेलवे प्रशासन ने कुछ ट्रेनों को बीना व बैरागढ़ तक सीमित करने का निर्णय लिया है। रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी आईए सिद्दीकी ने बताया कि भोपाल-इटारसी विंध्याचल एक्सप्रेस रविवार को भोपाल से बीना के बीच निरस्त रहेगी। यह गाड़ी बीना से ही वापस रवाना की जाएगी। इसी तरह भोपाल से जोधपुर के बीच चलने वाली फास्ट पैसेंजर को भी भोपाल से बीना के बीच निरस्त रखा गया है। यह गाड़ी भी बीना तक आएगी और वहीं से वापस जोधपुर जाएगी। साथ ही इंदौर से हबीबगंज के बीच चलने वाली इंटरसिटी व पैसेंजर को रविवार को बैरागढ़ स्टेशन तक ही सीमित किया गया है। इस तरह यह गाड़ियां बैरागढ़ तक ही आकर वहीं से इंदौर की ओर रवाना हो जाएंगी। हालांकि इन गाड़ियों से भोपाल व हबीबगंज आने वाले यात्री अन्य ट्रेनों से इन स्टेशनों से आ सकेंगे।