पूरे परिवार ने अंध विश्वास में जला दिया अपना घर और गृहस्थी

Jun 24, 2016

डिंडौरी। आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले के मेढ़ाखार गांव में एक परिवार के 6 सदस्यों ने अंधविश्वास के चलते अपनी पूरी गृहस्थी जला दी, उसके बाद गांव के बाहर देव स्थान पर हथियारों सहित बैटकर गांवों के लोगों को मरने का श्राप देने लगे। परेशान गांव वालों ने पुलिस बुलाई तब जाकर दहशत खत्म हुई। पुलिस ने परिवार के सबी 6 सदस्यों को अस्पताल में भर्ती कराया है।

डिंडौरी जिले के करंजिया क्षेत्र में मेढ़ाखारगांव के साहू परिवार ने खुद ही अपने घर में आग लगाकर सब कुछ नष्ट कर दिया। पति, पत्नी, दो बेटे व एक बेटी सहित एक रिश्तेदारभी इससे प्रभावित हैं। छह सदस्यों ने भूत प्रेत का प्रकोप बताकर कपड़े, बर्तन, अनाज व मोटरसाइकिल को जला दिया। उसके बाद सुबह गांव के पास देव स्थान परसभी लोग त्रिशूल, हंसिया व लोहे की रॉड लेकर बैठ गए और आने जाने वालेग्रामीणों को उनकी मौत हो जाएगी का श्राप देते हुए जोर जोर से चिल्ला रहे थे। रास्ते से गुजरने वाले ग्रामीणों ने पहले तो स्थिति पर खुद ही नियंत्रण करने की कोशिश की लेकिन सफल नही हुए। इसकी सूचना निकटतम पुलिस चौकी को दी गई।

मौके पर पहुंची पुलिस कड़ी मशक्कत के परिवार के मुखिया रामकिशोर साहू (42), पत्नी ऊषा बाई (38), पुत्र राहुल (22), सौरभ (12), बेटी शीतल साहू (20) व रिश्तेदार भोला साहू (30) पिता पंचम साहू निवासी सक्का को पकड़कर इलाज के लिए पहले करंजिया लेगई। इसके बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने त्रिशूल, हंसिया वलोहे का रॉड भी जब्त किया है।

उनकी जांच करने वाले डाक्टरों का कहना है कि साहूपरिवार के सभी लोग मानसिक रूप से बीमार हैं। इन्हें मनोचिकित्सक की जरूरतहै। फिलहाल प्राथमिक इलाज के बाद सभी को भर्ती कर लिया गया है। अंधविश्वासके चलते यह स्थिति बनी है। दो सदस्य चिकन पॉक्स से पीड़ित हैं।इस घटना के बाद अभी भी मेढ़ाखार गांव और आसपास दहशत बनी है।

 

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