पीएम मोदी ने मन की बात में एमपी के दो गांवों की महिलाओं का जिक्र किया
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 29 सितंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के खौप गांव की महिलाओं की प्रशंसा की है। इन महिलाओं ने हरी बगिया स्वयं सहायता समूह के माध्यम से सूखे तालाब को जिंदा करने का काम किया है। साथ ही आदिवासी बाहुल्य जिले डिंडौरी में मछली उत्पादन कर आत्मनिर्भर बन रही महिलाओं का जिक्र भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मन की बात में किया गया।
पीएम मोदी ने मन की बात में कहा है कि छतरपुर में खौप गांव का तालाब जब सूखने लगा तो महिलाओं ने इसमें से गाद निकालकर तालाब को फिर से नया जीवन दे दिया। इस गाद का उपयोग उन्होंने बंजर जमीन में तैयार किए गए फ्रूट फारेस्ट में किया है। खौप गांव में जिला प्रशासन के आजीविका मिशन से जुड़े हरी बगिया समूह ने एक फ्रूट फॉरेस्ट तैयार किया है। समूह की अध्यक्ष कोशल्या रजक ने अपने समूह की महिलाओं के साथ मिलाकर तालाब से निकली गाद का उपयोग जब फ्रूट फारेस्ट में किया तो सब्जी उत्पादन में बेहतर प्रयोग साबित हुआ। समूह के इस सराहनीय कार्य के लिए कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने खुशी जाहिर की है।
मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल जिले डिंडौरी में मछली उत्पादन कर आत्मनिर्भर बन रही महिलाओं का जिक्र रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मन की बात में किया गया। उन्होंने खुशी जाहिर की कि डिंडौरी जिले में महिलाएं मछली बेचकर आत्मनिर्भर बन रही हैं। गौरतलब है कि जिले के डिंडौरी विकासखंड अंतर्गत ग्राम रयपुरा में लगभग 20 वर्ष पहले जलाशय बना था। इस जलाशय का सही उपयोग नहीं हो पा रहा था। 10.1 हेक्टेयर रकबे में बने जलाशय को वर्ष 2023 में ही शारदा स्व सहायता समूह की महिलाओं को 10 वर्ष की लीज में आवंटित किया गया।