पीएम मोदी ने गुरुवायुरप्पन मंदिर कमल के फूलों से अदा की तुलाभरम की रस्म
खरी खरी डेस्क
तिरुअनंतपुरम, 8 जून। धर्म और आस्था में बेहद भरोसा रखने वाले प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी लोकसभा में अपनी पार्टी की भारी विजय के बाद केरल में गुरुवयूर के गुरुवायुरप्पन मंदिर मंदिर भगवान की शरण में पहुंचे। अपने अति व्यस्त कार्यक्रम में से समय निकालकर मालदीव और श्रीलंका की यात्रा पर रवाना होने के पहले मंदिर पहुंचे प्रधानमंत्री ने मंदिर में तुलाभरम की रस्म अदा की। इसमें मान्यता के अनुसार व्यक्ति अपने वजन के बराबर कोई भी सामग्री तौलकर दान करता है। इस रस्म में प्रधानमंत्री को कमल के फूलों से तौला गया।गुरुवायूर के गरुवायुरप्पन मंदिर को दुनिया दक्षिण की द्वारिका के नाम से भी जानती है, जिस मंदिर में भगवान कृष्ण, गरुवायुरप्पन के रूप में विराजमान हैं। इस मंदिर का निर्माण भगवान बृहस्पति ने किया है। भगवान कृष्ण के इस मंदिर में पीएम मोदी ने पूरे दक्षिण भारतीय परंपराओं के मुताबिक दर्शन किए। प्रधानमंत्री के दौरे की वजह से मंदिर को ख़ासतौर पर सजाया गया था। पीएम मोदी के गुरुवयूर कृष्णा मंदिर में पूर्जा-अर्चना को देखते हुए आम लोगों के लिए मंदिर का द्वार सुबह 9 से 11 बजे के बीच बंद रहा। पुजारी के मुताबिक मंदिर में थुलाभारम रस्म में 112 किलो कमल का फूल चढ़ाया गया। इतिहासकारों के मुताबिक गुरुवयूर का कृष्णा मंदिर 5000 साल पुराना है और 1638 में इसके कुछ भाग का पुनर्निमाण किया गया था। खास बात ये है कि इस मंदिर में केवल हिन्दू ही पूजा कर सकते हैं, दूसरे धर्मों के लोगों के अंदर प्रवेश पर रोक है। गुरुवायुरप्पन मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति यहां के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान कृष्ण की मूर्ति के चार हाथ हैं। भगवान ने एक हाथ में शंख और दूसरे में सुदर्शन चक्र है जबकि भगवान ने तीसरे और चौथे में कमल धारण कर रखा है। प्रधानमंत्री 9 जून यानि कल तिरुपति भी जाएंगे। पूजा के बाद पीएम मोदी ने कृष्णा हाई स्कूल ग्राउंड पर सुबह 11 बजे एक जनसभा को संबोधित किया। बीजेपी की ओर से आयोजित इस जनसभा को 'अभिनव सभा' का नाम दिया गया है।