पीएम मोदी ने किया आचार्य प्रमोद कृष्णम के कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास

Feb 19, 2024

खरी खरी संवाददाता

लखनऊ, 19 फरवरी। करीब एक सप्ताह पहले कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित संत आचार्य प्रमोद कृष्णम के न्यौते पर उत्तरप्रदेश के संभल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल्कि धाम मंदिर के शिलान्यास समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, एमपी से राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद विवेक तनखा सहित कई विशिष्टजन और साधु-संत समारोह में काफी संख्या में मौजूद थे। भगवान कल्कि को भगवान विष्णु का दसवां अवतार माना जाता है और यह धारणा है कि कल्कि भगवान संभल में अवतार लेंगे।

कांग्रेस पदाधिकारी के रूप में पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं तथा सरकार को कोसने वाले संत आचार्य प्रमोद कृष्णम अब भाजपा के पाले में खड़े दिखाई दे रहे हैं। सोमवार को वे प्रधानमंत्री को संभल स्थित अपने कल्कि धाम ले गए। कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह की तैयारी के सिलसिले में पिछले कुछ दिनों से प्रमोद कृष्णम के न सिर्फ तेवर ढीले थे बल्कि उनकी मुलाकातें भी लगातार भाजपा के बड़े नेताओं से हो रही थीं। इससे नाराज कांग्रेस हाईकमान ने करीब एक हफ्ते पहले 10 फरवरी को उन्हें अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया। ऐसे में उनका पीएम मोदी को कल्कि धाम लेकर जाना और शिलान्यास कराना, बड़ा सियासी दांव माना जा रहा है। बीजेपी संभल में जीत हासिल करना चाहती है और प्रमोद कृष्णम संसद पहुंचना चाहते हैं। शायद इसी समीकरण के चलते कल्कि धाम का शिलान्यास पीएम मोदी से करवाया गया। आचार्य कृष्णम कल्कि धाम के प्रमुख हैं।

शिलान्यास समारोह के बाद हुई जनसभा में आचार्य प्रमोद ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के तीन योग हैं- ज्ञान योग, कर्म योग, भक्ति योग..इन तीनों योगों को मिलाकर जो तस्वीर सामने आती है वो पीएम नरेंद्र मोदी हैं। आचार्य कृष्णम जिन कल्कि भगवान के धाम के मुखिया हैं, वे अभी अवतरित नहीं हुए हैं। यह धारणा है कि कल्कि जी भगवान विष्णु के दसवें अवतार के रूप में संभल में आएंगे। उनका अवतरण कलयुग के अंतिम चरण में होगा। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, "जैसे शबरी को विश्वास था कि राम आएंगे और जैसे विदुर का विश्वास था कि कृष्ण आएँगे, जैसे हमारी आस्था का आधार है कि कल्कि जी आएंगे।  वैसे ही ये विश्वास था कि नरेंद्र मोदी जी अपनी बात के पक्के हैं अपना वचन निभाएंगे।"

 कल्कि धाम मंदिर की विशेषताएं

  • भगवान विष्णु के 10वें और कलयुग के अंतिम चरण में अवतरित होने वाले कल्कि भगवान को यह मंदिर समर्पित होगा। यह पहला ऐसा देव मंदिर है जो भगवान के प्रकट होने से पहले ही बन रहा है।
  • कल्कि धाम मंदिर पांच एकड़ परिसर में बन रहा है, जोदेखने में अति भव्य होगा।
  • यह पहला ऐसा मंदिर होगा जिसमें 1 नहीं बल्कि 10 गर्भगृह होंगे। मंदिर के 10 गर्भगृहों में भगवान विष्णु के 10 अवतारों की प्रतिमा विराजमान कराई जाएगी। जिसमें मुख्य प्रतिमा कल्कि भगवान की होगी।
  • कल्कि भगवान का मंदिर संभल में इसलिए बनने जा रहा है क्योंकि धार्मिक मान्यता के अनुसार कल्कि भगवान का जन्म संभल में विष्णुयशा नाम के तपस्वी ब्राह्म्ण के यहां पुत्र रूप में होगा। भगवान कल्कि के प्रकट होने में अभी काफी समय हैं परंतु यह मंदिर उनकी समृति चिह्न का प्रतीक माना जाएगा।
  • मंदिर का शिखर 108 फीट ऊंचा होगा और इसका आंगन 11 फीट ऊंचाई पर बनाया जाएगा। इसी के साथ मंदिर के प्रांगण में 68 तीर्थ भी स्थापित किए जाएंगे।
  • कल्कि धाम मंदिर का निर्माण भी उन्हीं पत्थरों से होगा जो राम मंदिर निर्माण में प्रयोग किए गएहैं। दरअसल यह एक तरह के लाल पत्थर होते हैं जो राजस्थान के भरतपुर स्थित बंसी पहाड़पुर में पाए जाते हैं। इनकी आयु काफी लंबी बताई जाती है और इनकी चमक भी लंबे समय तक बरकरार रहती है।