पीएम मोदी की विदेश यात्रा को बड़े भाजपा नेताओं ने बेहद सफल बताया
खरी खरी डेस्क
नई दिल्ली, 25 मई। तीन देशों के दौरे के बाद पीएम मोदी भारत लौट आए हैं। पीएम ने जापान, ऑस्ट्रेलिया और पापुआ न्यू गिनी का दौरा किया। पीएम गुरुवार सुबह विमान से पालम एयरपोर्ट पहुंचे। मोदी के दौरे को बेहद सफल बताया जा रहा है। बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने मोदी के दौरे को बेहद सफल बताते हुए तमाम दावे किए हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 6 दिन की विदेश यात्रा से लौटे हैं। आनंद हम सबको तब आता है जब हमारे प्रधानमंत्री के चरण दूसरे राष्ट्र पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री छूते हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन कहते हैं, ‘आप बहुत लोकप्रिय हैं, मुझे ऑटोग्राफ दे दें’। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री कहते हैं, ‘मोदी इस द बॉस’। अभी-अभी फिजी और पापुआ न्यू गिनी ने मोदी जी को अपने देश का सर्वोच्च सम्मान दिया। ये सम्मान केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सम्मान नहीं है, ये 140 कोरड़ भारतवासियों का सम्मान है। ये अद्भुत, अभूतपूर्व और दुर्लभ है और इस बात का प्रतीक है कि भारत कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है। दुनिया के कितने देश भारत को अपनी लीडर मानते हैं और मार्गदर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से अपेक्षा करते हैं।
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि पीएम मोदी ने 20 देशों के नेताओं से मुलाकात की और 40 बैठकें की। पीएम के नेतृत्व में हमारा देश दुनिया का 'ध्रुव तारा' बन गया है। हमने देखा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पीएम मोदी का ऑटोग्राफ मांगा। ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने उन्हें 'बॉस' कहा। हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण था, जब पीएम मोदी को पापुआ न्यू गिनी और फिजी के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
केद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, 'पीएम मोदी के छह दिन के विदेश दौरे ने भारत, भारतीयता और 140 करोड़ लोगों की शान बढ़ाई है। पिछले कुछ दिनों से वैश्विक राजनीति में जिस तरह से भारत और पीएम की चर्चा हो रही है, ये साधारण नहीं है। पीएम का यह दौरा सशक्त भारत का गवाह है।
मोदी ने अपने विदेश दौरे के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान जितना समय मेरे पास उपलब्ध था, उसका पल-पल मैंने देश की बात करने में, देश की भलाई के लिए निर्णय करने में अपना समय पूरी तरह से उपयोग किया। मैं आप से भी यही कहूंगा कि हिंदुस्तान की संस्कृति, महान परंपरा के बारे में बोलते हुए कभी भी गुलामी वाली मानसिकता में डूब मत जाना, हिम्मत के साथ बात कीजिए। जब मैं यह कहता हूं कि हमारे तीर्थ क्षेत्रों पर हमले स्वीकार नहीं हैं तो दुनिया भी मेरे साथ दिखती है।