पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के 11 एजेंट गिरफ्तार

Feb 09, 2017

भोपाल, 9 फरवरी। मध्यप्रदेश पुलिस की एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड-आतंकवादी निरोधी दस्ता) शाखा ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को गोपनीय सूचनाएं भेजने के आरोप में प्रदेश चार शहरों से 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। ये लोग समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज चलाकर सूचनाएं भेजते थे। इन लोगों की आईएसआई की ओर से भुगतान किया जाता था।

एटीएस के चीफ संजीव शमी ने भोपाल में प्रेस कांफ्रेंस में इसका खुलासा किया। उन्होंने बताया कि ग्वालियर से 5, भोपाल से 3, जबलपुर से 2 और सतना से 1 आईएसआई एजेंट को गिरफ्तार किया गया है। आईएसआई एजेंट समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज चलाकर देश की महत्वपूर्ण जानकारी अन्य देशों में लीक करते थे। शमी ने कहा कि आरोपी इंटरनेट कॉल को सेल्युलर कॉल में ट्रांसफर कर भारत की जानकारी पाकिस्तान एवं अन्य देशों को भेजते थे। आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए गए टेलीफोन एक्सचेंज ग्वालियर, भोपाल, जबलपुर में मिले हैं। यह गिरोह सिम बॉक्स, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, डाटा कार्ड और लेपटॉप के जरिए समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज चलाता था। पाकिस्तान के आईएसआई एजेंटों के कॉल्स को रूट कर स्थानीय नंबरों के जरिए देश की खुफिया जानकारी इकट्ठा करने में गिरोह मदद करता था। एटीएस ने इनके पास से मोबाइल फोन, कई कंपनियों की सिम कार्ड, सिम बाक्स, लेपटॉप, चाईनीज बॉक्स आदि बरामद किया है।एटीएस प्रमुख के अनुसार गिरफ्तार संदिग्धों में जितेंद्र ठाकुर और कुश पंडित नाम के दो व्यक्ति कॉल सेंटर का संचालन करते थे। दोनों मिलकर नौकरी और लॉटरी की आड़ में सूचनाओं का लेन-देन करते थे। ग्वालियर से गिरफ्तार एजेंट जितेंद्र एक भाजपा नेत्री का रिश्तेदार है। एटीएस ने सभी गिरफ्तार संदिग्धों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है।