पश्चिम मध्य रेलवे ने लगाई डीजल इंजनों की सेल, 80 इंजन बेचे जाएंगे

Sep 22, 2024

खरी खरी संवाददाता

जबलपुर, 22 सितंबर। सेल का  नाम  सुनते ही खरीददारों के चेहरे पर अलग चमक आ जाती हैं। सेल शहर में कहीं भी लगी हो और किसी भी सामान की लगी हो, शापिंग के शौकीन लोग सेल का एक राउंड लगा ही लेते हैं। लेकिन पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर स्थित मुख्यालय में लगी सेल में जाने की हिम्मत हर कोई नहीं कर सकता है। यहां रेलवे ने डीजल इंजनों की सेल लगाई है। इन इंजनों को सेल से कोई भी खरीद सकता है।

पश्चिम मध्य रेलवे के पूरी तरह से इलेक्ट्रीफाइड होने से अब डीजल इंजन नहीं चलाए जाते। ऐसे में पश्चिम मध्य रेलवे के पास खड़े 80 से ज्यादा पुराने डीजल इंजन बेचे जा रहे हैं। रेलवे ने इन्हें अपने एक यार्ड में खड़ा कर दिया है और इनकी सेल लगा दी है। पश्चिम मध्य रेलवे के मुताबिक इनमें से कुछ डीजल इंजनों की हालत बहुत अच्छी है और ये चालू हालत में हैं। रेलवे ने अपना सभी ट्रैकों का इलेक्ट्रिफिकेशन कर लिया है तो इन डीजल इंजन की जरूरत लगभग खत्म हो गई और इन्हें चलाना भी रेलवे को महंगा पड़ने लगा है। बेचे जा रहे इन इंजनों में से कई चालू हालत में हैं.  तो कई कबाड़ हो चुके हैं फिर भी इनकी कीमत करोड़ों में है। एक डीजल इंजन लगभग 4500 हॉर्स पावर का होता है और एक नए डीजल इंजन की कीमत लगभग 10 करोड़ रुपए होती है। कुछ साल पहले रेलवे ने चालू हालत में दो इंजन बेचे थे, जिससे लगभग 5 करोड़ रु प्राप्त हुए थे। इसके अलावा कबाड़ हो चुके ओवर ऐज 28 लोकोमोटिव 27 करोड़ रुपए में बेचे गए थे। आज की स्थिति में पश्चिम मध्य रेलवे के पास 80 लोकोमोटिव इंजन हैं, जिन्हें रेलवे बेचने की कोशिश कर रहा है लेकिन अबतक कोई खरीददार सामने नहीं आ रहा है।

रेलवे सूत्रों को कहना है कि सेल लगने की जानकारी डीजल इंजन का काम करने वालों की भी दी गई है। उम्मीद है कि इस बार भी सेल में कुछ इंजन बिक जाएंगे। धीरे धीरे सभी इंजनों को बेचा जाएगा, भले ही कबाड़ में बेचे जाएं। रेलवे की इनके पास कोई उपयोगिता नहीं है, इसलिए अंतिम विकल्प कबाड़ में बेचना ही बचता है।

 

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