नीतिश सरकार फ्लोर टेस्ट में पास, खेला करने वालों का खेल हो गया
खरी खरी संवाददाता
पटना, 12 फरवरी। बिहार विधानसभा में हुए फ्लोर टेस्ट नीतिश कुमार सरकार पास हो गई। अपने पक्ष में 128 विधायकों के समर्थन का आधिकारिक दावा करने वाली एनडीए सरकार के पक्ष में 131 वोट पड़े। इस तरह करीब एक पखवाड़े से बिहार की सियासत में खेला करने का दावा करने वालों का खेल हो गया।
बिहार में करीब एक पखवाड़े पहले बनी एनडीए सरकार को सोमवार को सदन में बहुमत साबित करना था। इसलिए विधानमंडल का सत्र बुलाया गया था। नए साल का पहला सत्र होने के कारण राज्यपाल ने विधानमंडल की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। इसके बाद विधानसभा में नीतिश सरकार को बहुमत साबित करना था। पूरे देश की निगाहें इस फ्लोर टेस्ट पर लगी थीं क्योंकि सरकार से हाल ही में अलग हुए राजद औऱ कांग्रेस ने खेला करने की खुली चुनौती दी थी। खेला की योजना के चलते कांग्रेस ने अपने विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट कर दिया था। राजद के विधायकों को तेजस्वी यादव के बंगले पर रखा जा रहा था। सबसे अनुशासित मानी जाने वाली भाजपा ने भी दहशत के चलते अपने विधायकों को शिफ्ट कर दिया था। सदन में बहुमत साबित करने के लिए सरकार को 122 वोटों की जरूरत थी। सरकार बनाते समय नीतिश कुमार ने जदयू, भाजपा, हम, निर्दलीय मिलाकर 128 विधायकों के समर्थन का दावा किया था। सरकार के पास यह संख्या बल था भी लेकिन राजद और कांग्रेस जिस तरह खेला करने की चुनौती दे रहे थे और अपने विधायकों को शिफ्ट कर रहे थे। उससे सरकार के चेहरे पर भी शिकन थी। सरकार की मुख्य और बड़ी सहयोगी भाजपा को भी असमंजस हो रहा था कि कहीं खेला में खुद नीतिश कुमार शामिल न हों ताकि नया सिय़ासी खेल हो सके। हालांकि एनडीए के पास सदन में फ्लोर टेस्ट का सामना करने के अलावा कोई रास्ता नही था।
सदन में सीएम नीतिश कुमार के विश्वास रखते ही स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का मुद्दा उठ गया। राजद खेमे से स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने खुद आसंदी से अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की सूचना सदन को दी और आसंदी से नीचे आ गए। डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने सदन का संचालन किया। स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई तो सत्ता पक्ष के पाले में 125 विधायक थे। इससे साफ हो गया कि सरकार 122 विधायकों के साथ बड़े आराम से बहुमत साबित कर लेगी। स्पीकर का फैसला होने के बाद सरकार के विश्वास पर चर्चा शुरू हुई तो राजद एवं कांग्रेस ने हंगामा खड़ा कर दिया। तमाम बहस के बाद राजद और कांग्रेस सहित उनके समर्थकों ने सदन से वाकआउट कर दिया। इसके बाद भी सीएम ने विश्वास प्रस्ताव पर वोटों की गिनती कराई। सदन में सदस्यों को खड़ा करके और वोटिंग कराकर गिनती हुई तो सरकार के पक्ष में 131 वोट पड़े। इससे साबित हो गया कि राजद के तीन विधायक टूट कर सत्ता पक्ष के खेमे में खड़े हो गए। नीतिश कुमार यह सब जानते थे, इसके बाद भी विपक्ष के वाकआउट के वावजूद वोटों की गिनती पर इसलिए अड़े रहे ताकि सदन के रिकार्ड पर यह बात आ सके और मीडिया तक खबर जा सके कि सरकार ने निर्धारित संख्या से अधिक वोट कैसे प्राप्त कर लिए। खेला करने वालों का खेल करके खुश सीएम सीएम नीतिश कुमार औऱ डिप्टी सीएम बीजेपी के सम्राट चौधरी ने सभी का आभार व्यक्त किया।