नीट में हंगामा और नेट रद्द होने से एनटीए की साख पर उठे सवाल
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 21 जून। नीट परीक्षा में हुई कथित धांधलियों को लेकर देश भर में बदनामी का सामना कर रही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी- एनटीए ने सहायक प्राध्यापक के रूप में नियुक्ति और पीएचडी में प्रवेश के लिए 18 जून को हुई पात्रता परीक्षा सीएसआईआर-यूजीसी-नेट परीक्षा स्थगित कर दी है। एजेंसी ने परीक्षा स्थगित किए जाने का मुख्य कारण लाजेस्टिक का मुद्दा बताया है, लेकिन सरकार ने परीक्षा की पवित्रता पर सवाल उठने को कारण बनाया है। यह परीक्षा रद्द होने से नीट की साख पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
नेट- परीक्षा स्थगित किए जाने की जानकारी देते हुए एनटीए ने कहा कि कुछ अपरिहार्य परिस्थितियों और संचालन से जुड़े मुद्दों के कारण इस परीक्षा को स्थगित किया जा रहा है। परीक्षा का संशोधित शेड्यूल जल्द ही आधिकारिक वेबसाइट के जरिए जारी किया जाएगा। संयुक्त सीएसआईआर-यूजीसी नेट परीक्षा जून-2024, जूनियर रिसर्च फेलोशिप के पुरस्कार और सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति और पीएचडी में प्रवेश के लिए भारतीय नागरिकों की पात्रता निर्धारित करने के लिए एक परीक्षा है। शिक्षा मंत्रालय ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित कराई गई यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द करने का एलान किया था। परीक्षा आयोजित होने के एक दिन बाद ही सरकार ने परीक्षा रद्द करने का एलान कर सभी को चौंका दिया था। एजुकेशन मिनिस्ट्री ने कहा कि 18 जून 2024 को हुई नेट की परीक्षा की पवित्रता के साथ समझौता हुआ है। भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (14C) द्वारा दिए गए इनपुट के तहत ये फैसला लिया गया है।
एनटीए द्वारा कराई जाने वाली नीट की मेडिकल एंट्रेस परीक्षा पहले ही सवालों के घेरे में है और फिलहाल सुप्रीम कोर्ट इसकी समीक्षा कर रहा है। अब सीएसआईआर-यूजीसी-नेट की परीक्षा स्थगित होने से गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।