नागर की नाराजगी खत्म, आधी रात को चार्टर प्लेन से भोपाल आकर सीएम से मिले
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 24 जुलाई। वन विभाग छीने जाने से नाराज कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान के तेवर नरम पड़ गए हैं। दिल्ली से लौटे चौहान ने देर रात मुख्यमंत्री डा मोहन यादव से मुलाकात की। उस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी मौजूद थे। नागर की नाराजगी कैसे कम हुई इस बारे में कोई दावा नहीं किया जा रहा है, लेकिन सीएम के साथ आधी रात को हुई मुलाकात में उऩके चेहरे पर दिख रही मुस्कराहट बता रही थी कि उनकी नाराजगी काफी हद तक दूर हो गई है।
आदिवासी वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले नागर सिंह चौहान अलीराजपुर जिले से चौथी बार भाजपा के विधायक के रूप में चुनकर आए हैं। उन्हें पहली बार सरकार में शामिल कर मंत्री बनाया गया। उन्हें अनुसूचित जाति कल्याण तथा वन एवं पर्यावरण विभाग दिए गए। नागर पहले लोकसभा चुनाव में पार्टी का काम करते रहे। पार्टी ने झाबुआ सीट से उनकी पत्नी अनिता नागर को टिकट दिया था। इसलिए उनके ऊपर पार्टी और पत्नी दोनों को जिताने की दोहरी जिम्मेदारी थी। उनकी पत्नी चुनाव जीतकर सांसद बन गईं। नागर अपने विभागों के काम में तेजी लाते उसके पहले ही उन्हें अमरवाड़ा सीट के उपचुनाव मे तैनात कर दिया गया। भाजपा यह चुनाव भी जीतने में सफल रही। पार्टी के कामों से फुर्सत होकर नागर ने विभागीय काम शुरू किए तो अचानक उऩका विभाग ही छीन लिया गया। उनसे वन एवं पर्यावरण विभाग लेकर कांग्रेस से आए रामनिवास रावत को दे दिया गया। रावत लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे। उन्हें मंत्रीमंडल में लोकसभा चुनाव के करीब दो महीने बाद शामिल किया गया। करीब 13 दिन वे बिना विभाग के मंत्री रहे और आखिरकार नागर सिंह चौहान से वन एवं पर्यावरण विभाग लेकर रामनिवास रावत को दिया है। इस फैसले से चौहान बुरी तरह नाराज हो गए तो रावत भी बहुत खुश नही थे। चौहान की नाराजगी का कारण उनसे सहमति लिए बिना विभाग छीना जाना था तो रावत की नाखुशी का कारण उऩकी इच्छानुसार गृह विभाग नहीं मिलना था। नाखुशी के बाद भी रावत विभाग संभालने की प्रक्रिया में लग गए, नागर सिंह चौहान ने अपनी नाराजगी को खुले आम अभिव्यक्त करते हुए कैबिनेट से इस्तीफे की धमकी दे दी। साथ ही अपनी सांसद पत्नी अनिता नागर का भी इस्तीफा कराने की बात कही। इसके बाद नागर अपने घऱ अलीराजपुर चले गए और फोन बंद कर लिया। सीएम को नागर से बात करने के लिए अलीराजपुर के एसपी कलेक्टर को उनके घर भेजना पड़ा। नाराज नागर पार्टी के बड़े नेताओं से मिलने दिल्ली चले गए।दिल्ली में उनकी मुलाकात सिर्फ शिवराज सिंह चौहान से हो पाई। मुख्यमंत्री ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद को चार्टर प्लेन लेकर दिल्ली भेजा। दोनों नेता नागर सिंह को दिल्ली से लेकर रात करीब 12 बजे भोपाल लौटे तो सीधे सीएम हाउस गए। सीएम हाउस में सीएम सहित चारों नेता बहुत देर तक चर्चा करते हुए। उसके बाद हंसी ठहाकों के साथ बैठक समाप्त हो गई और यह संदेश दिया गया कि नागर की नाराजगी खत्म हो गई।