ताई का टिकट कटने पर सुब्रमण्यम स्वामी मे पार्टी को लिया आड़े हाथों
खरी खरी डेस्क
नई दिल्ली, 13 अप्रैल। अपनी बयानबाजियों से अक्सर पार्टी को संकट में डालने वाले भाजपा के वरिष्ठ सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार पार्टी के फैसले पर सवाल उठाए हैं। स्वामी ने लोकसभा स्पीकर और इंदौर की सांसद सुमित्रा महाजन को टिकट ने देने के फैसले पर पार्टी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने सुमित्रा महाजन को टिकट नहीं दिए जाने के फैसले पर हैरानी जताई है। स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि सुमित्रा महाजन को टिकट नहीं देने का फैसला हैरानी भरा है।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार सुमित्रा महाजन ने खुद ही चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। आठ बार की सांसद सुमित्रा महाजन, जिन्हें सब लोग आदर से ताई कहते हैं, ने यह फैसला खुश हो कर नहीं लिया है। पार्टी उनके टिकट को लेकर जिस तरह पशोपेश में थी, उसकी चलते दुखी मन से उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया। आठ बार की सांसद और लोकसभा की स्पीकर के इस फैसले पर पार्टी के सारे बड़े नेताओं ने खामोशी ओढ़ ली, क्योंकि सभी जानते हैं कि ताई के फैसले के पीछे कारण क्या है। लेकिन सुब्रमण्य स्वामी बेझिझक ताई के पक्ष में खड़े हुए हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि पार्टी की तरफ से पारित पार्टी संविधान में ऐसा कोई नियम नहीं है कि 75 साल से अधिक साल के लोगों के लिए ऐसा कोई भी नियम नहीं है। स्वामी ने कहा कि जीत की योग्यता, आईक्यू और फेनोटाइपिक उम्र… सुमित्रा जी इन तीनों पैमानों पर खरी उतरती हैं। इसलिए उनका टिकट काटना हैरानी भरा है।