तबादलों के तनाव में झड़ गए मंत्री जी के बाल

Aug 14, 2017

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 14 अगस्त। ऐसी आमधारणा है कि राजनीति में मंत्रियों का जलवा सबसे अधिक होता है, लेकिन शिवराज सरकार के एक मंत्री की मानें तो मंत्री होना उनके लिए बड़ा सिरदर्द हो गया है। मंत्री जी के अनुसार तबादलों के सीजन में तनाव के चलते उनके बीस फीसदी बाल झड़ गए, क्योंकि उच्च शिक्षा विभाग में शिक्षकों (प्रोफेसर्स-लेकचरर्स) के तबादलों को लेकर उनके पास प्रधानमंत्री छोड़ सभी के फोन आए गए।

शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री और दंबग भाजपा नेता जयभान सिंह पवैया ने एक कार्यक्रम में खुद ही अपना दर्द बयान किया। प्रदेश भाजपा कार्यालय में पुस्कालय पर आयोजित एक कार्यशाला के उद्धाटन के मौके पर जयभान सिंह पवैया ने कहा कि तबादला सीजन ने मुझे बहुत तनाव दिया है। प्रधानमंत्री को छोड़कर ऐसा कोई नहीं है जिसने अपने परिचित प्रोफेसर के लिए तबादले की सिफारिश न की हो। तबादलों के लिए बड़े-बड़े लोगों से सिफारिशें आई थीं, मैं उनके नाम नहीं बता पाउंगा। इस दबाव की वजह से मेरे 20 प्रतिशत बाल झड़ गए, पहले मैं इतना गंजा नहीं था। उच्च शिक्षा मंत्री ने कालेज प्राध्यापकों की कार्यप्रणाली और पहुंच को लेकर अपनी भड़ास जमकर निकाली। उन्होंने कहा कि शहर से 30 किलोमीटर दूर ट्रांसफर होना उनके लिए काले पानी की सजा लगता है। मंत्री जी ने कहा कि तबादला रुकवाने या करनवाने के लिए प्रोफेसर्स जिस स्तर की अप्रोच लगवाते हैं, उसे देखकर उनकी पहुंच पर आश्चर्य होता है। उन्होंन कहा कि नौकरी के लिए भरे गए दस्तावेजों में कहीं नहीं कहा गया है कि शहरों में ही नौकरी दी जाएगी लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं होता है। सिंधिया राजवश के खिलाफ हमेशा कड़वे बोल ही बोलने वाले जयभान सिंह पवैया के इस बयान के बाद सियासी गर्नमाहट बढ़ गई है। विपक्ष के एक बड़ा मुद्दा मिल गया है और वह दावा कर रहा है कि राज्य में तबादला उद्योग चलने के उसके आरोपर पवैया ने खुपद मोहर लगा दी है।

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