ट्रेनी प्लेन क्रैश, दोनों पायलट की मौत
भोपाल, 26 अप्रैल। मध्यप्रदेश के बालाघाट और महाराष्ट्र के गोंदिया जिले की सीमा पर एक ट्रेनी प्लेन के क्रैश हो जाने से दो पायलटों की मौत गई। इनमें 44 साल के ट्रेनर पायलट रंजन गुप्ता और ट्रेनी पायलट हिमानी कल्याण शामिल हैं। प्लेन के क्रैश होने को लेकर अलग अलग तर्क दिए जा रहे हैं। एक तरफ कहा जा रहा है कि प्लेन बिजली की हाईटेंशन लाइन स टकराकर क्रैश हुआ और बैन गंगा नदी में गिर पड़ा, वहीं एक तर्क यह भी दिया जा रहा है कि प्लेन नदी का बहाव नापने के लिए लगाई गई हैंगिंग कैबल में उलझ गया था। वहीं बालाघाट की आईजी जी जनार्दन के अनुसार किसी पक्षी से टकराकर प्लेन क्रैश हुआ था। बालाघाट के कलेक्टर भरत यादव के मुताबिक हेलिकॉप्टर गोंदिया के बिरसा ट्रेनिंग सेंटर से सुबह नौ बजे उड़ा था। इस दौरान लावणी गांव के पास हेलिकॉप्टर बिजली के तार की चपेट में आकर क्रेश हो गया।
प्लेन ने सुबह 9 बजकर 5 मिनट पर महाराष्ट्र के गोंदिया जिले में स्थित बिरसी हवाई पट्टी से उड़ान भरी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लावनी और महाराष्ट्र के देवरी के बीच बाणगंगा नदी के किनारे सुबह करीब 10 बजे यह ट्रेनी प्लेन केबल में उलझ गया। इससे प्लेन क्रैश होने के बाद टुकड़ों में टूटकर बिखर गया। सीनियर ट्रेनी पायलट रंजन गुप्ता(44) ने ट्रेनी प्लेन नंबर-डी-42 NIKE से अपनी स्टूडेंट हिमानी कल्याण (23) के साथ उड़ान भरी थी। दिल्ली निवासी हिमानी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एविएशन ट्रेनिंग एंड मैनेजमेंट से ट्रेनिंग ले रही थी। इसे राजीव गांधी नेशनल फ्लाइंग इंस्टीट्यूट के नाम से भी जाना जाता है। रंजन एयरफोर्स से रिटायर्ड हुए थे। खैरलांजी के थाना प्रभारी अमित जाधव ने मौके पर पहुंचकर बताया कि यह चार सीटों वाला प्लेन जब बाणगंगा नदी से गुजर रहा था। तभी नदी के एक छोर से दूसरे छोर तक खींचे गए तारों से टकराकर यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया और नदी में जा गिरा। प्लेन जिन तारों से टकराया है, वे नदी के पानी का स्तर (लेवल) मापने के लिए एक छोर से दूसरे छोर तक बिछाए गए थे। एक तरफ का हिस्सा मध्य प्रदेश में है, तो दूसरा महाराष्ट्र में।