जियो और माइक्रोसॉफ्ट बदलेंगे भारत की डिजिटल तस्वीर
खरी खरी डेस्क
मुंबई, 12 अगस्त। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहायक कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड (जियो) और माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन ने भारतीय इकोनॉमी और समाज को डिजीटल आधार पर तेजी से बदलने के लिए एक नया करार किया है। ये नया सहभागिता करार एक अनूठे, व्यापक, दीर्घकालिक रणनीतिक संबंध पर आधारित है। यह 10 साल की प्रतिबद्धता दोनों कंपनियों की विश्वस्तरीय क्षमताओं को जोड़ती है, जिसमें कनेक्टिविटी, कंप्यूटिंग, स्टोरेज समाधान और अन्य प्रौद्योगिकी सेवाओं और भारतीय व्यवसायों के लिए आवश्यक उपयोगों के विस्तृत सेट की पेशकश करती है और इसके मौजूदा और नए व्यवसाय सहित व्यापक रिलायंस इंडस्ट्रीज ईकोसिस्टम का विस्तार करेगी।
अपने प्रयासों को संयुक्त करते हुए, जियो और माइक्रोसॉफ्ट का लक्ष्य डेटा एनालिटिक्स, एआई, कॉगनिटिव सर्विसेज, ब्लॉकचेन,इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी अग्रणी तकनीकों को अपनाना और छोटे और मध्यम उद्यमों के बीच एज कंप्यूटिंग को गति देने और विकसित करने के लिए उन्हें तैयार करना है। इसके साथ ही इस प्रयास का लक्ष्य भारत में प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाली जीडीपी वृद्धि और पैमाने पर नेक्सड-जेन टेक्नोलॉजी समाधान को अपनाना की प्रक्रिया को तेज करना है।
समझौते के खास बिंदु
1. जियो अपने आंतरिक कार्यबल को क्लाउड आधारित उत्पादकता और सहभागिता टूल्स माइक्रोसॉफ्ट 365 के साथ उपलब्ध कराएगा और अपने नॉन-नेटवर्क एप्लीकेशंस को माइक्रोसॉफ्ट एज्यूर क्लाउड प्लेटफॉर्म पर ट्रांसफर करेगा।
2. जियो की कनेक्टिविटी बुनियादी ढांचा, जो हर किसी को, हर जगह, हर जगह से जोड़ने का लक्ष्य है, जियो क्लाउड फर्स्ट रणनीति के एक हिस्से के तौर पर स्टार्टअप्स के बढ़ते ईकोसिस्टम के भीतर माइक्रोसॉफ्ट एज्यूमर क्लाउड- प्लेटफॉर्म को अपनाने को बढ़ावा देगा।
3. जियो अगली पीढ़ी की गणना, स्टोरेज और नेटवर्किंग क्षमताओं से युक्त भारत भर के स्थानों में डेटा सेंटर स्थापित करेगा, और जियो की ऑफरिंग का समर्थन करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट जियो ऑफरिंग्स का समर्थन करने के लिए अपने एज्यूर प्लेटफॉर्म को लागू करेगा। शुरुआत में दो डेटासेंटर स्थापित किए जाएंगे जिनमें 7.5 मेगावाट बिजली की खपत करने वाले आईटी उपकरणों को स्थापित किया जाएगा। इन पहले दो डेटा सेंटर्स को गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों में स्थापित किए जा रहा है। इन्हें कैलेंडर वर्ष 2020में पूरी तरह से चालू करने का लक्ष्य रखा गया है।
4. जियो माइक्रोसॉफ्ट एज्यूर क्लाउड प्लेटफॉर्म का लाभ उठाएगा ताकि भारतीय व्यवसायों की आवश्यकताओं पर केंद्रित अभिनव क्लाउड समाधान विकसित किया जा सके।
5. जियो प्रमुख भारतीय भाषाओं और बोलियों का समर्थन करने वाले समाधानों को विकसित करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर काम करके भारतीय ग्राहकों के लिए एकीकृत भाषण और कंप्यूटर विजन समाधानों के अपने दृष्टिकोण पर अमल करेगा, जो भारतीय समाज के सभी क्रॉस-सेक्शन में टेक्नोलॉजी को अपनाने को बढ़ावा देगा।
मुकेश अंबानी, चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने कहा कि ‘‘जियो, माइक्रोसॉफ्ट के साथ ये सहभागिता करते हुए बेहद खुश हैं, ये हमारे उन प्रयासों को और गंभीरता प्रदान करते हैं, जो कि सभी भारतीयों को तकनीक का उपयोग करने का बेहतर अवसर प्रदान करता है। यह एक अनोखी और पहली तरह की साझेदारी है जो छोटे-बड़े भारतीय उद्यमों के लिए महत्वपूर्ण मूल्य बनाने पर केन्द्रित दो बड़ी कंपनियों की क्षमताओं को सामने लाती है। जियो के विश्वस्तरीय डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और माइक्रोसॉफ्ट एज्यूर क्लाउड प्लेटफॉर्म पर केन्द्रित इनोवेटिव और किफायती क्लाउड-सक्षम डिजिटल समाधान विकसित करने के लिए एक साथ काम करके, हम भारतीय अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण में तेजी लाएंगे और विश्व स्तर पर भारतीय व्यवसायों को प्रतिस्पर्धी बनाएंगे। यह तकनीक-सक्षम मूल्य निर्माण का प्रदर्शन करने के लिए दुनिया के लिए एक बेहतर प्रदर्शन होगा जो विस्तार की क्षमता प्रदान करने के साथ ही संपूर्ण भी है।’’ सत्या नडेला, सीईओ, माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि ‘‘हमारे पास भारत भर के संगठनों को नया और विकसित करने में मदद करने के लिए टेक्नोलॉजी में प्रगति को लागू करने का एक अविश्वसनीय अवसर है। जियो की अग्रणी कनेक्टिविटी और एज्यूर, एज्यूर एआई और ऑफिस 365 के साथ डिजिटल समाधानों के संयोजन से देश में लाखों व्यवसायों के लिए कम्प्यूटरीकृत, स्टोरेज, उत्पादकता और अधिक के लिए शक्तिशाली उपकरण और प्लेटफॉर्म आएंगे।