गुजरात में बाघेला ने कांग्रेस को गुडबाय कहा
अहमदाबाद, 21 जुलाई। कभी आरएसएस के वरिष्ठ स्वयंसेवक रहे कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार शंकर सिंह बाघेला ने अपने जन्मदिन के मौके पर कांग्रेस को गुडबाय बोल दिया। कयासों के अनुसार उन्होंने भाजपा या अन्य किसी दल में जाने का कोई ऐलान नहीं किया, लेकिन कांग्रेस छोड़ने की घोषणा जरूर कर दी।
अपने जन्म दिन के मौके पर अहमदाबाद में रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन करने की घोषणा से ही बाघेला विवादों में आ गए थे। इसके चलते उन पर पार्टी की ओर से दबाव बढ़ता जा रहा था। लेकिन गुजरात में बापू के नाम से मशहूर बाघेला ने पार्टी हाईकमान के आगे नतमस्तक होने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि रैली निकालने से अगर शक्ति प्रदर्शन होता है तो भी यह पार्टी के खिलाफ कोई साजिश नही है। लेकिन कांग्रेस हाईकमान को यह अंदाज ही पसंद नहीं आया और रैली के 24 घंटे पहले उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया। बापू ने अपनी शक्ति प्रदर्शन रैली में इस बात पर पार्टी को जमकर आड़े हाथो लिया। वे भीड़ के साथ पूरे गुजरात को यह संदेश देने में सफल रहे कि वे आरएसएस के कट्टर स्वयंसेवक होने के बाद भी कांग्रेस में पूरी ईमानदारी से काम करते रहे लेकिन कांग्रेस ने उन पर भरोसा नहीं किया और उन्हें अधऱ में छोड़ दिया। इसलिए वे कांग्रेस को गुडबाय कहकर राजनीति से संन्यास ले रहे हैं।
शंकर सिंह बाघेला भले ही वापस भाजपा का दामन न थामे, लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस के लिए उस गुजरात में बड़ा झटका है जहां अगले साल विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं और भाजपा बेहद कमजोर स्थिति में पहुंच गई है। गुजरात में बीजेपी का चेहरा रहे नरेंद्र मोदी अब प्रधानमंत्री बनकर देश का चेहरा बनए गए हैं। उनकी जगह भले ही पार्टी ने भर दी है लेकिन उनका अंदाज अभी तक लापता है। इसलिए शंकर सिंह बाघेला को पार्टी में वापस लाने की कोशिश की जा रही है ताकि विधानसभा चुनाव मे पार्टी की ओर से बड़ा नाम मैदान मे रहे।