कैबिनेट बैठक में मंत्री ने कहा.. सुनिए सीएम साहब ऐसे नहीं चलेगा
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 19 जून। बुधवार को हुई कमलनाथ कैबिनेट की बैठक में कैबिनेट की मर्यादाएं टूट गईं। सिंधिया समर्थक मंत्रियों ने मुख्यमंत्री के साथ जिस लहजे में बात की,वैसा कैबिनेट की बैठक में पहले कभी नहीं हुआ। बैठक में सिंधिया समर्थक सारे मंत्रियों के सुर बदले हुए थे।
बैठक में विवाद की शुरुआत तब हुई जब सिंधिया खेमे के मंत्रियों ने उनके विभागों में हस्तक्षेप किए जाने का मुद्दा उठाया। बातचीत से शुरू हुआ मुद्दा बहस में बदल गया। बात आगे बढ़ी तो सिंधिया समर्थक मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर ने तीखे स्वर में सीएम से कहा कि सुनिए सीएम साहब ऐसे नहीं चलेगा। इसके जवाब में सीएम कमलनाथ ने कहा मैं जानता हूं किसके कहने पर यह कह रहे हो? सूत्रों की अगर मानें तो बैठक में कमलनाथ समर्थक मंत्री सुखदेव पांसे ने मंत्रियों को समझाया और कहा कि क्या सीएम साहब से ऐसे बात की जाती है। लेकिन विवाद बढ़ गया और सिंधियां खेमे के सारे में तोमर के समर्थन में बोलने लगे।
असल में सिंधिया समर्थक मंत्री नई रणनीति बनाकर काम कर रहे हैं और आक्रामक मुद्रा दिखाने के मूड में हैं । उन्हें यह डर सता रहा है कि कहीं उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर नहीं कर दिया जाए और इसकी भनक लगते ही पहले वे दिल्ली में ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले और बाद में उन्होंने भोपाल में एक सामूहिक बैठक भी की। ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक मंत्रियों द्वारा इन बैठकों में बहाने लगातार बनाए जा रहे दबाव को देखते हुए ही कमलनाथ ने फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार का फैसला टालना उचित समझा।
आज की बैठक में हुए विवाद को देखकर लगा कि सिंधिया समर्थक मंत्रियों ने अपने ही मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बताया गया है कि सिंधिया समर्थक मंत्रियों ने अब यह तय कर लिया है कि अगर उनके कैंप के किसी भी मंत्री से इस्तीफा मांगा जाता है तो सभी सिंधिया समर्थक मंत्री इस्तीफा दे देंगे। इसी बीच आज कैबिनेट में कमलनाथ और सिंधिया समर्थक मंत्रियों के बीच खुलकर विवाद सामने आने से प्रदेश की सियासत गरमा गई है।