केजरीवाल के बंगले पर 45 करोड़ की साज सज्जा ने मचाया सियासी बवाल

Apr 26, 2023

खरी खरी डेस्क

नई दिल्ली, 26 अप्रैल। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दिल्ली वाले बंगले पर 45 करोड़ खर्च करके रिनोवेशन कराए जाने का मुद्दा सियासी तूल पकड़ रहा है। असल में विवाद आम आदमी की छवि को लेकर होने वाले प्रोपेगंडा पर है।

दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने के पहले भ्रष्टाचार को सबसे बड़ा मुद्दा बनाने वाले अरविंद केजरीवाल ने इसे मुद्दे पर अपनी सियासी जमीन तैयार की और फिर उसी जमीन पर सियासी दल आम आदमी पार्टी को खड़ा किया। इस सारी कवायद में आम मतदाता ने उनका साथ दिया और वे दिल्ली के मुख्यमंत्री बन गए। चुनाव के पहले उन्होंने बाकायदा शपथ पत्र देकर गाड़ी, बंगला, सुरक्षा जैसी सुविधाओँ से दूर रहने की शपथ ली थी। अब वह शपथ दरक रही है। उनके बंगले पर 45 करोड़ के खर्च से रिनोवेशन ने शपथ की पोल खोल दी है। इसलिए उनके बंगेल के बारे में खुलासा होते ही सियासी बवाल मचा है। आम आदमी वाली पहचान रखने वाले और गाड़ी और घर की लालसा न दिखाने वाले केजरीवाल के आलीशान बंगले की कीमत पता चलने के बाद उनके इस्तीफे की मांग ने भी जोर पकड़ लिया है। बताया गया कि यह रेनेवोशन उस समय हो रहा था जब दिल्ली कोरोना की भीषण महामारी से जूझ रहा था। इस खुलासे के बाद बीजेपी के तेजिंदर पाल सिंह बग्गा, कपिल मिश्रा, आरपी सिंह और कांग्रेस की अल्का लांबा और वरिष्ठ नेता अजय माकन ने तक सवाल उठाए हैं। यही नहीं इन नेताओं ने तो इस पर जांच की भी मांग की है। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि सीएम केजरीवाल ने संवेदनहीनता के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये। एक समय जब दिल्ली में लोग कोरोना की महामारी से जूझ रहे थे तब मुख्यमंत्री ने अपने घर को सजाने में 45 करोड़ लाख फूंक दिए।

बंगले के इस खर्च को लेकर कांग्रेस और बीजेपी भले ही आक्रामक हैं लेकिन  आम आदमी पार्टी पूरी ताकत से अपने सीएम के बचाव में खड़ी है। आप सांसद का दावा है कि पीएम मोदी के बंगले पर पांच सौ करोड़ खर्च हुए लेकिन बीजेपी उस पर कोई सवाल नहीं कर रही है