कांग्रेस में नहीं थम रही कलह, नाराज हो गईं मीनाक्षी
खरी खरी संवाददाता
भोपाल 9 जुलाई। मध्यप्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का ज्यादातर समय अंसतुष्ट नेताओं को मनाने में अथवा उनको लेकर सफाई देने में जा रहा है। ताजा मामला पार्टी की वरिष्ठ युवा नेत्री और राहुल गांधी की गुड बुक में शामिल मीनाक्षी नटराजन की नाराजगी का है।
कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ इन दिनों लगभग रोज ही पार्टी की विभिन्न बैठकों का आयोजन कर रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को जब वे एक बैठक ले रहे थे तो मंच के नीचे वाली कुर्सियों पर मीनाक्षी नटराजन भी मौजूद थीं। मीनाक्षी कमलनाथ से बहुत जूनियर हैं लेकिन पार्टी की सक्रिय नेत्री हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की काफी करीबी हैं। वे सांसद भी रह चुकी हैं और एनएसयूआई की अध्यक्ष भी रही हैं। इसी के चलते कमलनाथ ने उन्हें मंच पर आने के लिए निमंत्रित किया। लेकिन मीनाक्षी ने उनके आमंत्रण को अनसुना कर दिया। वे कुछ समय तक तो बैठक स्थल पर मौजूद रहीं लेकिन बाद में वहां से उठकर चली गईं। पार्टी के कुछ नेताओं ने उन्हें वापस लाने के लिए प्रयास किया, लेकिन मीनाक्षी वहां से निकल गईं। हालांकि बाद में मामला गर्माने पर उन्होंने कहा कि वे किसी तरह से नाराज होकर नहीं गई। उन्हें घोषणा पत्र समिति के जरूरी काम से जाना था और वे अध्यक्ष जी की सहमति लेकर गई थीं।
मीनाक्षी के स्पष्टीकरण के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ। कांग्रेस के कई दिग्गज नेता इस व्यवहार को ठीक नहीं मान रहे हैं। वहीं मीनाक्षी खेमा कह रहा है कि मंदसौर की पूर्व सांसद होने के बाद भी उस क्षेत्र से कांग्रेस में नियुक्तियों को लेकर उनके सोई सलाह तक नहीं ली गई। पार्टी के सक्रिय नेताओं में शुमार होने के बाद मीनाक्षी की अनदेखी की जा रही है। इससे उनका नाराज होना स्वाभाविक है। लेकिन उन्होंने खुले आम जिस तरह से अपने असंतोष का परिचय दिया उसका संदेश ठीक नही गया।