कांग्रेस ने चार सीटों पर प्रत्याशी बदले, खुली बगावत करने वालों को फिर मौका
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 25 अक्टूबर। मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने चार विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी बदल दिए हैं। इनमें से दो सीटें मालवांचल की हैं जो सरकार बनाने में बड़ी भूमिका निभाता है। कांग्रेस ने टिकटों में बदलाव का पार्टी की रणनीति बताया है, लेकिन माना जा रहा है कि टिकटों को लेकर हो रहे घमासान और आंदोलन को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। टिकट कटने पर पार्टी के खिलाफ खुली बगावत करने वालों को फिर मौका दिया गया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशी उतारने के बाद बुधवार को अपने चार प्रत्याशियों को बदल दिया। सुमावली से कुलदीप सिकरवार की जगह फिर से विधायक अजब सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है। बड़नगर से राजेन्द्र सिंह सोलंकी की जगह विधायक मुरली मोरवाल पर भरोसा जताया है। इसके अलावा पिपरिया से गुरुचरण की जगह वीरेंद्र बेलवंशी और जावरा में हिम्मत श्रीमाल की जगह वीरेंद्र सोलंकी को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने दूसरी सूची में तीन प्रत्याशियों को बदला था। दतिया में अवधेश नायक का टिकट बदलकर राजेंद्र भारती को मैदान में उतारा। यहां भाजपा की तरफ से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा प्रत्याशी है। पिछोर में शैलेंद्र सिंह का टिकट काटकर अरविंद सिंह लोधी और गोटेगांव से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति का टिकट काटने के बाद उन्हें दोबारा प्रत्याशी बनाया था। यहां कांग्रेस ने पहले शेखर चौधरी को प्रत्याशी बनाया था।
दोनों ही सूचियों के बाद प्रत्याशी बदलने को कांग्रेस पार्टी की रणनीति का हिस्सा बता रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केके मिश्रा कहते हैं कि मालवा अंचल में बड़नगर विधानसभा सीट से पहले विधायक मुरली मोरवाल का टिकट काटकर राजेंद्र सिंह सोलंकी को टिकट दिया गया था। बाद में अब एक बार फिर विधायक मुरली मोरवाल को मौका दिया गया है। इसी प्रकार जावरा विधानसभा सीट से हिम्मत श्रीमाल का टिकट वापस लेकर वीरेंद्र सिंह सोलंकी को मैदान में उतारा गया है। मालवा की इन दो विधानसभा सीटों पर पार्टी ने काफी सोची समझी रणनीति के तहत प्रत्याशियों को मौका दिया है। पार्टी के रणनीतिकारों का दावा है कि जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए भी यह बदलाव किए गए हैं। वहीं भाजपा ने इस बदलाव को लेकर कांग्रेस पर तंज कसा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस की हालत अजब गजब हो गई है। सोनिया कांग्रेस, खड़गे कांग्रेस बनी; फिर मध्य प्रदेश में कमलनाथ कांग्रेस हो गई। कमलनाथ जी ने तो क्या, उनके बेटे ने भी टिकट बांट दिए। फिर जब टिकट को लेकर कोलाहल मचा तो लोग कमलनाथ जी के पास पहुंचे। उसके बाद कमलनाथ जी ने कहा कि कपड़े फाड़ना है तो दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के फाड़ो। इस तरह वह कपड़ा फाड़ कांग्रेस हो गई। अब कांग्रेस बन गई है टिकट बदल कांग्रेस। घबराकर कई जगह कांग्रेस ने टिकट बदल दिए हैं। कांग्रेस की हालत तो बड़ी अजब गजब हो गई है। आगे क्या होने वाला है, अभी देखते हैं।