कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस की दोस्ती से सियासी पारा गर्माया

Aug 24, 2024

खरी खरी डेस्क

श्रीनगर, 24 अगस्त। जम्मू-कश्मीर विधानसभा का चुनाव नेशनल कॉन्फ़्रेंस और कांग्रेस मिलकर लडेंगे। इस चुनाव पूर्व गठबंधन का ऐलान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की जम्मू-कश्मीर यात्रा के दौरान किया गया। इस गठबंधन की घोषणा के बाद से ही देश की सियासत में बवाल मचा है। भाजपा इस गठबंधन को लेकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर रही है।

राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को डॉक्टर फ़ारूक़ अब्दुल्ला और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से उनके श्रीनगर स्थित गुपकार निवास पर बैठक की। इसी बैठक के बाद डॉक्टर फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने मीडिया को बताया कि जम्मू-कश्मीर की सभी 90 सीटों पर 'चुनाव पूर्व गठबंधन' हुआ है।डॉक्टर फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने पत्रकारों से कह कि ख़ुदा चाहेगा तो हमारा कांग्रेस के साथ गठबंधन अच्छे से चलेगा, हम सही ट्रैक पर हैं। फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने ये भी कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (मार्क्सवादी ) भी इस गठबंधन में शामिल है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया के नेता यूसुफ़ तारिगामी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि हम भारी बहुमत से चुनाव जीतकर आम लोगों का जीवन आसान बनाएंगे। जम्मू -कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 01 अक्टूबर को तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे.

नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के इस चुनाव पूर्व गठबंधन ने सियासी पारा और गर्म कर दिया है। बीजेपी को कांग्रेस के खिलाफ हमलावर होने का बडा मौका मिल गय है। बीजेपी के सीनियर लीडर और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ़्रेंस के गठबंध पर प्रतिक्रिया दी और आरक्षण के मामले पर घेरा। उन्होंने ट्वीट किया, "मोदी सरकार ने आर्टिकल 370 और 35ए हटाने के बाद वर्षों से दलितों, आदिवासियों, पहाड़ियों और पिछड़ों के साथ हो रहे भेदभाव को ख़त्म करने उन्हें आरक्षण देने का काम किया, क्या राहुल गांधी जेकेएनसी के घोषणापत्र में उल्लेखित दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त करने वाले आरक्षण विरोधी प्रस्ताव का समर्थन करते हैं?" नेशनल कॉन्फ़्रेंस के साथ गठबंधन करने के बाद कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को देश के सामने अपनी आरक्षण नीति को स्पष्ट करना चाहिए।" वहीं, जम्मू-कश्मीर बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के इस चुनाव पूर्व गठबंधन से उस पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पार्टी के नेता डॉक्टर रफ़ी किदवई कहते हैं, “हमारी पार्टी ऐसे गठबंधन से डरने वाली नहीं है और ना ही हमें इसके कारण चुनाव में कोई परेशानी आएगी। बीते सालों में भारतीय जनता पार्टी ने हर चुनौती का मुक़ाबला किया है, उसी तरह आज भी उसका मुक़ाबला करने के लिए तैयार है। पहले भी इन सियासी दलों ने गठबंधन किया है और उसका नतीजा हम देख चुके हैं।