एमपी में 3450 टेबलों पर होगी वोटों की काउंंटिंग
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 3 दिसंबर। मध्यप्रदेश में ईवीएम की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों और विवादों के बीच 11 दिसंबर को मतगणना की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बीएल कांताराव ने बताया कि प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में 11 दिसंबर को मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू होगी। इसमें उस जिले की सभी विधानसभा सीटों के मतों की गणना होगी।
सीईओ कांताराव के अनुसार सबसे पहले डाक मतपत्र गिने जाएंगे। इसके लिए दो-दो सहायक रिटर्निंग ऑफिसर लगाए जाएंगे। जहां डाक मतपत्र की संख्या ज्यादा होगी, वहां तीन अधिकारी भी लगाए जाएंगे। आधा घंटे बाद यानी साढ़े आठ बजे से ईवीएम से मतों की गणना का काम शुरू होगा। पहले चक्र के नतीजे की फोटोकॉपी प्रत्याशियों को देने के बाद ही दूसरे चक्र की गणना शुरू होगी। मतगणना के लिए हर विधानसभा क्षेत्र की 14-14 टेबल लगेंगी। कुल 3450 टेबल लगेंगी।पूरी मतगणना की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। पहली बार 319 मतगणना हॉल की वेबकास्टिंग होगी। गणना के काम में 12 हजार मतदानकर्मी लगाए जाएंगे। इस बार डाक मतपत्रों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
चुनाव आयोग के अनुसार प्रत्याशियों को मतगणना से तीन दिन पहले एजेंट की सूची फोटो सहित देनी होगी। इनके अलावा किसी को भी मतगणना केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। मोबाइल फोन सिर्फ रिटर्निंग ऑफिसर के पास रहेगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि हर विधानसभा क्षेत्र की एक वीवीपैट की पर्ची का मिलान ईवीएम में दर्ज मतों से किया जाएगा। इसके लिए वीवीपैट का चयन पर्ची डालकर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 11 दिसंबर को सुबह आठ बजे तक रिटर्निंग ऑफिसरों को प्राप्त होने वाले डाक मतपत्र गिने जाएंगे। आधा घंटे डाक मतपत्र गिनने के बाद ईवीएम से गिनती शुरू होगी। हर विधानसभा के लिए एक-एक माइक्रो आब्जर्वर तैनात किया जा रहा है।