इंदौर लगातार सातवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना, सीएम ने लिया अवार्ड
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 11 जनवरी। मध्यप्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर नें लगातार सातवीं बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब हासिल किया है। इस बार इंदौर के साथ सूरत को भी संयुक्त रूप से स्वच्छ शहर का अवॉर्ड मिला है।मध्यप्रदेश के बेस्ट पर्फामिंग स्टेट कैटेगरी में दूसरा स्थान मिला है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को एक बार फिर स्वच्छतम राजधानी का अवार्ड हासिल हुआ है। मध्यप्रदेश के कुल 6 शहरों को किसी न किसी श्रेणी में अवार्ड हासिल हुआ है।सातवीं बार अवार्ड मिलने पर इंदौर में आम जनता ने जश्न मनाया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण समारोह में देश के राज्यों और शहरों को अवार्ड दिए। मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव ने नगरीय विकास एवं प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ राष्ट्रपति से अवार्ड प्राप्त किया। इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी उनके साथ थे। इंदौर को जहां प्रथम स्थान हासिल हुआ, वहीं प्रदेश के अन्य शहरों की रैकिंग में भी सुधार हुआ है। मप्र के हिस्से में कुल 6 अवार्ड आए हैं। इंदौर को सबसे स्वच्छ शहर, भोपाल को सबसे स्वच्छ राजधानी के साथ महू को सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट बोर्ड का खिताब हासिल हुआ। कार्यक्रम में भोपाल शहर को स्वच्छ शहरों की सूची में गार्बेज फ्री सिटी में 5 स्टार रेटिंग के साथ पांचवा स्थान प्राप्त हुआ है। प्रदेश के 15,000 से 20,000 जनसंख्या वाले शहरों में बुधनी को पश्चिम जोन के सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार प्राप्त हुआ है। एक लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों में नौरोजाबाद और अमरकंटक को फास्ट मूविंग सिटी श्रेणी में प्रथम और द्वितीय स्थान मिला है। महू ने सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट बोर्ड का खिताब हासिल किया है। प्रदेश में स्वच्छता के प्रयासों से 7 शहरों को वाटर प्लस, 361 शहरों को ओडीएफ++, 3 शहरों को ओडीएफ+ और 7 शहरों को ओडीएफ दर्जा प्राप्त है। प्रदेश में एक 7-स्टार, एक 5-स्टार, 24 3-स्टार और 132 1-स्टार गार्बेज फ्री शहर है। भोपाल शहर के छठवें से पांचवे स्थान पर आने पर नगर निगम कर्मचारियों ने जश्न मनाया। नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने ढोल बजाया और कर्मचारियों को मिठाई खिलाई। नगर निगम कर्मचारी बीएमसी कार्यालय के सामने जमकर नाचें। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों, जनप्रतिनिधियों और स्वच्छता मित्रों को बधाई देते हुए उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इंदौर का लगातार सातवीं बार स्वच्छता के शिखर पर पहुंचने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन को जाता है। उनके नेतृत्व में प्रदेश स्वच्छता के संकल्प को साकार करने में निरंतर अपना योगदान देता रहेगा। उन्होंने आशा व्यक्त कि की आगामी सर्वेक्षण में प्रदेश और बेहतर प्रदर्शन करेगा। मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौरवासियों ने पुनः सिद्ध कर दिया है कि स्वच्छता न सिर्फ उनकी आदत बन चुकी है, बल्कि अब उनकी सोच में भी स्वच्छता ही है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि स्वच्छता के प्रति उनका जुनून कभी कम न हो।