इंदौर की बैठक में देश के ज्वलंत मुद्दों पर तय होगी संघ की रणनीति
खरी खरी संवाददाता
इंदौर, 2 जनवरी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएएसएस) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की गुरुवार से इंदौर में शुरु हुई बैठक में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राममंदिर निर्माण के अलावा बिहार व पश्चिम बंगाल के चुनाव संघ की दिशा तय होगी। संघ प्रमुख मोहन भागवत भी बैठक में हिस्सा ले रहे हैं।
बैठक में संघ और उससे जुड़े अनुशांगिक संगठनों के करीब 400 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। बैठक के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई वरिष्ठ नेता भी इंदौर पहुंचकर बैठक में भाग लेंगे। बैठक तीन दिन की होगी लेकिन संघ प्रमुख पांच दिन शहर में रुकेंगे और कुछ कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे। भागवत संघ के वरिष्ठ सदस्यों से व्यक्तिगत चर्चा भी करेंगे। संघ प्रमुख मोहन भागवत ओमिनी रेसिडेंसी में पांच दिन रहेंगे। भागवत के प्रवास के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में देश में सीएए के पक्ष में वातावरण बनाने के उपायों पर विचार होगा और आगामी रणनीति बनाई जाएगी। बैठक में राममंदिर निर्माण पर भी विचार होगा, वहीं इसी साल बिहार और पश्चिम बंगाल में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है।
इंदौर आए संघ प्रमुख ने मराठी समाज के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। भागवत ने नाथ मंदिर में भगवान के दर्शन भी किए। इस दौरान आत्मीयता के साथ मराठी समाज के लोगों ने उनका स्वागत किया। भागवत सुबह इंदौर पहुंचे, जहां वो सबसे पहले संघ की अखिल भारतीय बैठक में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने तुकोगंज थाना क्षेत्र स्थित नाथ मंदिर में भगवान के दर्शन किए और मराठी समाज के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान मराठी समाज के लोगों ने उनका पारिवारिक तरीके से स्वागत किया। उन्होंने मराठी समाज के लोगों से मुलाकात की और उनके कार्यक्रम में भी शिरकत की। नाथ मंदिर द्वारा एक धर्मशाला का निर्माण किया गया है और उसी का लोकार्पण करने के लिए मोहन भागवत नाथ मंदिर पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने भी शिरकत की।