अरेस्ट हुए बिना सियासी फायदे में रहे दिग्विजय सिंह

Jul 26, 2018

 खरी खरी संवाददाता  

भोपाल, 26 जुलाई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा उन्हें देशद्रोही कहे जाने पर भोपाल के टीटी नगर थाने में भारी हुजूम के साथ गिरफ्तारी देने पहुंचे। पुलिस ने उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं होने के कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया और दिग्विजय सदलबल वापस चले गए लेकिन अपने समर्थकों की भारी भीड़ की दम पर अपनी सियासी मौजूदगी दर्ज कराने में सफल रहे।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सतना में टिप्पणी की थी। उन्होंने दिग्विजय सिंह के कई बयानों के मद्दे नजर उन्हें देशद्रोही करार  दे दिया। मौकों को भुनाने में माहिर दिग्विजय सिंह ने इस टिप्पणी को भी सियासी ढंग से भुनाने में सफलता हासिल कर ली। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस में हासिए पर चल रहे दिग्विजय सिंह ने भोपाल पहुंचकर थाने में गिरफ्तारी देने का निर्णय लिया। इसके लिए 26 जुलाई की तारीख तय हुई। दिग्विजय सिंह के समर्थकों ने इसके लिए जमकर तैयारी की। दिग्विजय सिंह का यह कार्यक्रम पूरी तरह उनका निजी कार्यक्रम था। लेकिन मामला शिवराज सरकार के खिलाफ होने के कारण कांग्रेस के बड़े नेताओं को भी दिग्विजय सिंह के कदम का समर्थन करना पड़ा। इसका फायदा उठाने के लिए दिग्विजय सिंह के समर्थकों ने पूरी ताकत लगा दी। हजारों की संख्या में दिग्विजय सिंह समर्थकों की भीड़ टीटी नगर थाने जाने वाले रास्तों पर जमा हो गई। पुलिस को इस सियासी ड्रामे की पहले से आशंका थी, इसलिए थाने से पहले ही चारों तरफ से भीड़ को रोक दिया गया। दिग्विजय सिंह को उनके सिर्फ चुनिंदा समर्थकों के साथ थाने तक पहुंचने का मौका मिला। थाने में वे गिरफ्तारी की जिद पर अड़ रहे तो पुलिस ने उन्हें लिखकर दिया कि उनके खिलाफ कोई मामला दर्झ नहीं है, इसलिए उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है। पुलिस से कुछ समय बहस करने के बाद दिग्विजय सिंह वापस लौट गए। अब वे पुलिस की लिखित जानकारी के आधार पर कह रहे हैं कि जब उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं है तो मुख्यमंत्री ने उन्हें किस तरह से  देशद्रोही कह दिया, इसलिए अब मुख्यमंत्री के खिलाफ केस दर्ज कराएंगे। दिग्विजय सिंह अरेस्ट भले न हुए हों लेकिन सिर्फ वे ही सियासी फायदे में रहे। 

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