अब अपने रूठे बुजुर्गों और वरिष्ठों को मनाएगी भाजपा
सुमन त्रिपाठी
भोपाल, 6 मई। लगातार चौथी बार मध्यप्रदेश की सत्ता पर काबिज होने की कोशिश में जुटी भारतीय जनता पार्टी इसके लिए हर जतन करने जा रही है। इसी के तहत पार्टी ने तय किया है कि किसी कारण से रूठकर घर बैठ गए पार्टी के बुजुर्ग और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को मनाया जाएगा। इसके लिए बाकायदा कार्यक्रम तैयार कर लिया गया है और बहुत जल्द अमल शुरू हो जाएगा। पार्टी की कोर कमेटी ने भी इस पर मंजूरी की मोहर लगा दी है।
भारतीय जनता पार्टी को कैडर बेस्ड संगठन होने का लाभ बहुत मिलता है। पार्टी से नाराज होने के बाद भी पार्टी का मूल कार्यकर्ता साथ नहीं छोड़ता है। वह अपनी उपेक्षा होने पर घर बैठ जाएगा लेकिन पार्टी के खिलाफ नहीं जाता है। आरएसएस की छत्र छाया में तैयार हुए ऐसे कार्यकर्ताओं की कमी नहीं है, लेकिन सत्ता की चकाचौंध में उनकी पूछ परख बंद हो गई। इस उपेक्षा से खिन्न होकर तमाम वरिष्ठ और बुजुर्ग कार्यकर्ताओं ने खुद को अपने घर और अपने काम काज तक सीमित कर लिया है। पार्टी का चुनाव प्रबंधन करने वाले नेताओं का मानना है कि ऐसे कार्यकर्ताओं की उपेक्षा ठीक नहीं है। उनका यह भी मानना है कि ऐसे कार्यकर्ताओं को घर जाकर समझाया और मनाया जाए तो बात बन जाएगी, क्योंकि ऐसे कार्यकर्ता संघ की सोच से प्रेरित हैं। यह मुद्दा पिछले दिनों हुई पार्टी को चुनाव प्रबंध समिति की बैठक में भी उठा था। तब यही तय हुआ कि ऐसे कार्यकर्ताओं को मनाकर मुख्यधारा में लाना फायदेमंद होगा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के भोपाल आगमन के बाद हुई कोर कमेटी की बैठक में भी इस विषय पर चर्चा हुई। कोर कमेटी ने इस पर तुरंत काम शुरू करने की मंजूरी दे दी।
इसलिए अब पार्टी संभाग स्तर पर कुछ नेताओं की कमेटी बनाएगी। इस कमेटी पर उस संभाग के घर बैठे बुजुर्ग और वरिष्ठ नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी होगी। जरूरत पड़ने पर उन नेताओं की मुलाकात मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से भी कराई जाएगी। उन्हें इस बात का आभास कराया जाएगा कि पार्टी के लिए वे मूल्यवान हैं। पार्टी के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि बुजुर्गों और वरिष्ठों को साथ लेकर चलना पार्टी की परंपरा है और उसी के अनुसार काम किया जा रहा है।