अन्ना हजारे ने कहा- फकीर की सुरक्षा में मोटी रकम न खर्च की जाए
खरी खरी डेस्क
मुंबई, 28 दिसंबर। भारी भरकम सुरक्षा व्यवस्था आज के जमाने में जहां स्टेटस सिंबल बनती जा रही है, वहीं समाज सेवी अन्ना हजारे अपनी सुरक्षा व्यवस्था को फालतू खर्च मानते हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मुझ जैसे फकीर की सुरक्षा में मोटी रकम न खर्च की जाए।
महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में अन्ना की सुरक्षा श्रेणी बढ़ा दी है। अन्ना हजारे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें किसी तरह की सुरक्षा की जरूरत नहीं है। अगर उनके साथ कोई अनहोनी हुई तो वे खुद इसके जिम्मेदार होंगे। महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर अन्ना अपने गांव रालेगण सिद्धी में 20 दिसंबर से मौन व्रत पर हैं। हाल ही में राज्य सरकार ने प्रदेश के प्रमुख व्यक्तियों की सुरक्षा में फेरबदल का फैसला लिया है। अन्ना की वाई श्रेणी को बढ़ाकर जेड श्रेणी किया गया था।
अन्ना ने पत्र में लिखा है कि मंदिर में रहने वाले मुझ जैसे फकीर की सुरक्षा पर सरकार मोटी रकम खर्च कर रही है। लोगों से टैक्स के रूप में मिले पैसों का इस तरह का दुरुपयोग नहीं देखा जाता। दूसरों को भले ही सुरक्षा गहने की तरह लगे, लेकिन मेरे लिए यह बुराई है। मुझे कुछ लोगों ने धमकी दी है, लेकिन मैं मरने से नहीं डरता। सेना में रहते हुए मैं एक बार मौत को चकमा दे चुका हूं। सुरक्षा के बावजूद कोई मरेगा नहीं, इसकी गारंटी नहीं दी जा सकती। पूर्व प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की कड़ी सुरक्षा के बीच हत्या की गई थी।
महाराष्ट्र की सत्ता संभालने के बाद उद्धव सरकार ने राज्य के प्रमुख व्यक्तियों की सुरक्षा में फेरबदल किया है। राज्य सरकार की सुरक्षा समिति ने 90 लोगों की सुरक्षा की समीक्षा की थी। इसके बाद अन्ना को जेड श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया गया। इससे पहले अन्ना को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। फिलहाल, अन्ना के इस खत पर मुख्यमंत्री या गृह मंत्रालय की ओर से किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, पहले भी अन्ना सरकारी सुरक्षा हटाए जाने की मांग करते रहे हैं। लेकिन, खतरे की आशंका को देखते हुए सरकार ने उनकी सुरक्षा जारी रखी है।